भारतीय जनता पार्टी की पूर्व नेता नूपुर शर्मा को लेकर शुरू हुए विवाद पर खूब हंगामा हुआ। कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुए। नूपुर शर्मा ने अपने बयान के लिए माफ़ी भी मांग ली लेकिन इसके बाद भी गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा होता रहा, इसी बीच नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकियां मिलती रही हैं लेकिन धमकी देने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने पर ‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने ट्वीट किया है।

विवेक अग्निहोत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, खुले फतवे, जान से मारने की धमकी और ‘सर तन से जुदा’ कर देने वाली गैंग के खिलाफ अब तक एफआईआर नहीं? भारत में सबसे खराब न्यायपालिका है। और अगर हमारा सिस्टम टूटा है, तो यह हमारी न्यायपालिका के कारण है। विवेक अग्निहोत्री के इस ट्वीट पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

अश्वनी नाम के यूजर लिखते हैं कि ‘न्यायपालिका अधिनियम के अनुसार और भारत में सबसे खराब कानून हैं।’ नीरज नाम के यूजर लिखते हैं, ‘लेकिन फिर भी बदलाव के लिए तैयार नहीं। इतने बहुमत के बाद भी बदलाव नहीं कर सकते तो फिर मान लीजिए की हर बदलाव की कोशिश पे देश जलेगा। बुल्डोजर लाएं देश बचाएं। उनका इकोसिस्टम मजबूत सरकार से ज्यादा मजबूर है।’

एक यूजर लिखते हैं,’ बिल्कुल सही कहा सर आपने। ज्यूडिशियरी से पहले जिम्मेदारी लॉ और प्रशासन की है।’ एक यूजर लिखते हैं, ‘न्यायालय एवं मिलार्डो को अंग्रेजी मानसिकता तथा लाल सलाम से अलग कैसे कर सकते है।’ प्रकाश सिंह नाम के यूजर लिखते हैं, ‘क्योंकी भारत के पास सबसे बेकार लीडर हैं।’

बता दें नूपुर शर्मा ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी मिल रही हैं। इसके बाद शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए दिल्ली पुलिस ने नूपुर शर्मा और उनके परिवार को सिक्योरिटी भी प्रदान की है। बता दें प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कर्नाटक में नूपुर शर्मा के पुतले को फांसी से लटका दिया था। जिसे लेकर विवेक अग्निहोत्री ने कार्रवाई की मांग की थी। इसी के साथ उन्होंने इस तरह के प्रदर्शन की तुलना खिलाफत मोमेंट से की थी।

बता दें नूपुर शर्मा ने जब एक टीवी डिबेट के दौरान यह बात कही तो सऊदी अरब, कतर, कुवैत, ईरान जैसे कई मुस्लिम मुल्कों ने भारत पर निशाना साधकर कर अपना दोहरा चरित्र जाहिर किया था। इन मुल्कों ने इसे पैगंबर का अपमान बताया था। बाद में सरकार ने नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को पार्टी से निकाल दिया था।