सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा को बरी करने के बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी है। साईबाबा पर कथित रूप से माओवादियों से संबंध रखने और उनकी मदद करने का आरोप है। जैसे ही जीएन साईबाबा को रिहा करने का आदेश आया था तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने इसका स्वागत करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अर्बन नक्सल का नैरेटिव बुरी तरह पिट गया। अब फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने जयराम रमेश को ही अर्बन नक्सली करार दे दिया है।

जयराम रमेश ने क्या कहा था?

साईबाबा को बरी करने के आदेश के बाद जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा था, ‘व्हीलचेयर पर आश्रित साईबाबा को 5 साल बाद बरी करने के फैसले से साबित हो गया कि नरेंद्र मोदी ब्रिगेड द्वारा फैलाया गया अर्बन नक्सल वाला नैरेटिव पूरी तरह बकवास है। इस तरह किसी को बदनाम करने की साजिश का विरोध किया जाना चाहिए। अगर किसी दिन पीएम मोदी मुझे ही अर्बन नक्सल करार दे दें तो इसमें कुछ आश्चर्य नहीं होगा।’

भड़क गए विवेक अग्निहोत्री

जयराम रमेश के इस ट्वीट पर ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने तीखी प्रतिक्रिया दी और लिखा, ‘जयराम जी, साईबाबा का बचाव करने वाला आपका ट्वीट देखकर मुझे भरोसा हो गया कि आप भी अर्बन नक्सली हैं।’ उन्होंने जीएन साईबाबा पर कोर्ट की टिप्पणी से जुड़ी एक खबर की कॉपी साझा करते हुए लिखा, ‘ऐसा मैं नहीं कह रहा हूं, पीएम नरेंद्र मोदी नहीं कह रहे हैं..बल्कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है। पता नहीं क्यों राहुल गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस हमेशा देश के दुश्मनों के साथ खड़ी नजर आती है?’

फिल्ममेकर ने एक पुरानी रिपोर्ट भी शेयर की, जिसमें साल 2013 में यूपीए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनाया दायर कर कहा था कि किस तरीके से कई शहरों में अकादमिक जगत से जुड़े कुछ लोग और एक्टिविस्ट, मानवाधिकार की आड़ में ऐसे संगठनों को संचालित कर रहे हैं, जिनका लिंक माओवादियों से है। तब यूपीए सरकार ने इन लोगों को सक्रिय माओवादियों से भी खतरनाक बताया था। इस रिपोर्ट को शेयर करते हुए फिल्ममेकर ने लिखा कि यह क्या है मिस्टर जयराम रमेश?

विवेक अग्निहोत्री ने एक अन्य ट्वीट में साल 2013 में हुए छत्तीसगढ़ नक्सल हमले में 9 कांग्रेसी नेताओं की हत्या से जुड़ी रिपोर्ट शेयर करते हुए पूछा- आखिर ये सब क्या है? क्या नक्सलियों द्वारा अपनी ही पार्टी के नेताओं की निर्मम हत्या पर आपको कोई दया नहीं आती? शर्मनाक…