फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर कुछ लोग विरोध कर रहे हैं। इसे प्रोपगेंडा और समाज में जहर घोलने वाली फिल्म बता रहे हैं। कुछ लोगों ने यहां तक कह दिया है कि हाल में राजस्थान में हुआ दंगा, गोरखपुर मंदिर के गेट पर हुआ हमला और कश्मीर में हुई एक पंडित पर फायरिंग इसी फिल्म का नतीजा है। इस पर जब फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री से सवाल पूछा गया तो देखिए क्या जवाब मिला।

‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म को लेकर विवेक अग्निहोत्री से पूछा गया कि आपकी फिल्म पर आरोप लग रहा है कि यह समाज में जहर घोलने का काम कर रही है, आपकी फिल्म की वजह से देश में दंगे होने के आरोप लग रहे हैं? करौली और गोरखपुर में हुई घटना को आपकी फिल्म से जोड़ा जा रहा है, इन आरोपों पर आप क्या कहना चाहेंगे?

टाइम्स नाऊ चैनल से बात करते हुए सवाल के जवाब में विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि ‘दो तरह के लोग हैं, एक वो हैं जो इंसानियत में विश्वास रखते हैं दूसरे वो जो आतंक के साथ जुड़े हुए हैं। भारत के जो एतिहासिक स्थल थे, उसे किसने तोड़ा? मैंने तो नहीं। सौ फीसद हिंदू भूमि थी कश्मीर, आज वहां एक भी कश्मीरी पंडित नहीं रहते, उन्हें तो मैंने नहीं भगाया।’

विवेक ने कहा कि “करीब तीन करोड़ लोगों ने इस फिल्म को देखा है, जिन लोगों ने फिल्म देखा उन्होंने तो किसी को गाली नहीं दी। फिल्म के खिलाफ बोलने वाले लोग वही हैं जो फिल्म देखने नहीं गए। फिल्म देखने वालों के दिमाग में सिर्फ यही बात आ रही है कि अब हमारे साथ ऐसा नहीं होना चाहिए, बस।”

विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि ‘भारत में 130 करोड़ लोग रहते हैं। इसमें कुछ सिरफिरे भी होंगे। अगर एक फिल्म लोगों को दंगा करने के लिए भड़का सकती है, आतंकी को उकसा सकती है तो हैदर जैसी फिल्म, जिसमें आतंकियों का महिमामंडन किया गया, क्या ये माना जाए कि उन्हीं फिल्मों के कारण ही लोग आतंकी बन रहे हैं? अगर लोग कहते हैं कि सताए जाने के कारण लोग आतंकी बनते हैं ये बात बिलकुल गलत है। ये धार्मिक उन्माद है।’

बता दें कि रिलीज होने के बाद से ही कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। समाज के कुछ लोगों का आरोप है कि फिल्म में झूठ दिखाया गया है, फिल्म के जरिए लोगों को भड़काने की कोशिश की जा रही है जबकि कुछ लोगों का मानना है कि इस फिल्म कर जरिए कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार की वो सच्चाई सामने आई है जिससे सालों तक लोग अनजान थे।