जब ओशो आश्रम से लौटकर विनोद खन्ना ने की अपनी पहली फिल्म इंसाफ: ‘टिकट खरीदने के लिए लगी थी 1 किलोमीटर लंबी लाइन’

विनोद खन्ना जब अपने करियर के पीक पर थे तब उन्होंने स्टारडम को छोड़कर यूएसए में ओशो आश्रम में शामिल हो गए। इस फैसले के बाद काफी कुछ बदल गया। 5 साल विनोद खन्ना फिल्मी चकाचौंध से दूर रहे और जब वो वापस लौटे तो पहली फिल्म इंसाफ साइन की। ये एक तगड़ी वापसी थी। हाल ही में अभिनेता-निर्देशक-पटकथा लेखक अनंत महादेवन ने दर्शकों के बीच विनोद खन्ना को लेकर क्रेज को याद किया। बातचीत के दौरान, अनंत ने यह भी याद किया कि विनोद खन्ना ने एक फिल्म के लिए 35 लाख रुपये फीस लेते थे चाहे शूटिंग एक दिन हो या 20 दिन की, उनकी फीस तय थी।”

सिद्धार्थ कन्नन के साथ एक इंटरव्यू में अनंत महादेवन ने विनोद खन्ना के साथ काम करने के अपने सपने को याद किया। उन्होंने कहा, “मैं विनोद खन्ना जैसी महान पर्सनैलिटी के साथ काम करना चाहता था। जब आप वास्तव में कुछ चाहते हैं, तो वह सच हो जाता है। जब मैंने नक्सलियों पर एक फिल्म रेड अलर्ट बनाई, तो मेरे पास शानदार कलाकारों की टीम थी, जिसमें आशीष विद्यार्थी, समीरा रेड्डी और सुनील शेट्टी जैसे अन्य लोग शामिल थे। विनोद खन्ना ने उसमें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और मुझे इस आदमी को देखने, वहां खड़े होने और काम करने का शानदार अवसर मिला।”

‘लोग उनकी वापसी वाली फिल्म के लिए एडवांस टिकट खरीदने के लिए लाइन में खड़े थे’

अनंत महादेवन ने उस समय को याद किया जब एक्टर ने 5 साल बाद फिल्मों में वापसी की, उन्होंने कहा, “मुझे याद है जब इंसाफ रिलीज हुई थी, तो यह ओशो आश्रम से लौटने के बाद उनकी कमबैक फिल्म थी। उनका क्रेज इतना था कि लोग एडवांस टिकट खरीदने के लिए अप्सरा थिएटर से मराठा मंदिर तक कतार में खड़े थे और ये एक किलोमीटर से भी ज्यादा लंबी लाइन थी। हालांकि, फिल्म ने अपनी शुरुआती क्रेज के मुकाबले इतना अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। लेकिन, विनोद खन्ना एक ऐसे व्यक्ति थे जो सदाबहार थे। चाहे वह कला हो या राजनीति।”

उन्होंने आगे कहा, “वे बहुत खुशमिजाज और अच्छे थे। हर बार जब मैं उनके पास कोई रोल लेकर जाता था, तो वे कहते थे, ‘अनंत, तुम मेरे बारे में जानते हो, मेरा बटा रेट है: 35 लाख। मैं 35 लाख चार्ज करता हूं। अब तुम मुझे एक दिन या 20 दिन शूट करवाओ, मेरी फीस वही रहती है। उनकी फीस फिक्स थी।”

अनंत महादेवन और विनोद खन्ना ने रेड अलर्ट (2010) और चांदनी (1989) जैसी फिल्मों में काम किया।