राजस्थान पुलिस ने रविवार को मुंबई से डायरेक्टर विक्रम भट्ट को गिरफ्तार किया। उन पर उदयपुर के एक डॉक्टर ने शिकायत की थी कि उनके साथ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी हुई है। उन्हें बांद्रा की एक कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया गया, जिसके बाद पुलिस टीम उन्हें राजस्थान ले गई।
क्या है शिकायत?
FIR 8 नवंबर को उदयपुर के भूपालपुरा थाने में दर्ज की गई थी। डॉक्टर मुरडिया ने दावा किया कि उन्होंने 25 अप्रैल 2024 को मुंबई में विक्रम भट्ट से मुलाकात की। उनकी दिवंगत पत्नी इंदिरा पर एक बायोपिक बनाने की बात हुई, जिसमें उनका काम और जीवन दिखाया जाना था। इसके अलावा एक ऐतिहासिक युद्ध पर आधारित फिल्म और दो अन्य फिल्मों की बात भी हुई।
पैसों को लेकर हुआ विवाद
24 मई 2024 को दोनों पक्षों के बीच दो फिल्मों के लिए समझौता हुआ, जिसकी लागत लगभग ₹40 करोड़ बताई गई। डॉक्टर ने शुरू में ₹2.5 करोड़ ट्रांसफर किए। बाद में भट्ट ने प्रोजेक्ट बढ़ाकर 4 फिल्मों का प्लान बनाया और 21 जून 2024 को नया एग्रीमेंट हुआ, जिसकी लागत ₹47 करोड़ बताई गई। जुलाई में दोनों ने मिलकर Indira Entertainment LLP बनाई, जिसमें दोनों की 50–50 साझेदारी थी।
डॉक्टर के अनुसार क्या हुआ?
शिकायत में कहा गया कि बहुत सारी वेंडर बिल्स बिना अनुमति के आने लगीं। कुछ भुगतान फिल्म प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों को नहीं, बल्कि अन्य लोगों को किए गए। लगभग ₹2.45 करोड़ राशि भट्ट के अन्य फिल्मों में चली गई, ऐसा आरोप है। लगभग ₹42.70 करोड़ खर्च होने के बावजूद सिर्फ एक फिल्म रिलीज हुई, एक फिल्म पूरी हुई, तीसरी आधी बनी, चौथी शुरू भी नहीं हुई।
डॉक्टर का दावा है कि जब उन्होंने खर्चों पर सवाल उठाया तो भट्ट ने अतिरिक्त ₹8.91 करोड़ मांगे, जिसे बाद में बढ़ाकर लगभग ₹11 करोड़ कहा गया। कुछ फर्जी वेंडर बिल्स भी बनाए गए। बातचीत न होने पर भट्ट ने फिल्म की सामग्री लौटाने से इनकार कर दिया और कथित तौर पर धमकाया।
फिलहाल विक्रम भट्ट को राजस्थान पुलिस उदयपुर ले जा चुकी है। डॉक्टर अजय मुरडिया से इस बारे में अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
