बॉलीवुड एक्ट्रेस विद्या बालन के पिता पीआर बालन ने अपनी दो बेटियों  प्रिया और विद्या की परवरिश बेटों की तरह की। केरल के तमिल फैमिली से ताल्लुक रखने वाले विद्या बालन के पिता ने मुंबई में 60 रुपए प्रति महीने पर टाइपिस्ट की नौकरी की थी। बेटियां धीरे-धीरे बड़ी हो रही थीं और पिता की जिम्मेदारियां भी बढ़ रही थीं लेकिन एक समय ऐसा भी आया जब सेविंग के नाम पर उनके पास कुछ नहीं बचा था और आगे की सोच वह रो पड़े थे। विद्या बालन ने फादर्स डे पर पिता के जीवन को उकेरने वाला एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने इन बातों का जिक्र किया है।

बात 2000 की है जब विद्या बालन के पिता को नौकरी छोड़नी पड़ी। तब उनकी उम्र 55 साल की थी। सेविंग के नाम पर कुछ नहीं बचा था और दो बेटियां बड़ी हो रही थीं। आगे की सोच वह भावुक हो गए थे। बकौल पी आर बालन, एक दिन आधी रात घर के हॉल में बैठकर जोर-जोर से रोने लगा। मैं रो रोकर भगवान से यही सवाल कर रहा था कि 38 साल की नौकरी के बाद तुमने मुझे इस स्थिति में ला दिया। मैं हॉल में बहुत तेज रोए जा रहा था तभी पीछे से किसी ने आकर मेरे हाथों को पकड़ लिया। पीछे मुड़कर देखा तो वह विद्या थी। विद्या ने मेरे हाथ पकड़कर कहा कि पापा चिंता मत करो सबकुछ ठीक हो जाएगा। उसने मेरी जिंदगी बदल दी थी।

इस वीडियो में विद्या के पिता ने ये भी कहा है कि वह कभी भी बेटियों को लेकर संकुचित नहीं रहे। जो भी करना चाहती थीं उन्हें वो सब करने दिया। क्योंकि मेरी बेटियों पर मुझे भरोसा था। उनपर हमेशा गर्व रहा है। डर्टी पिक्चर को लेकर विद्या के पिता पी.आर बालन ने बताया कि जब हमने फिल्म देखी तो हमें बिल्कुल भी बुरा या शर्मिंदगी नहीं महसूस हुई। मुझे एक पिता होने के नाते अपनी बेटी पर गर्व है। ये फिल्म हिट रही और उसे नेशनल अवॉर्ड मिला।

गौरतलब है कि विद्या बालन का जन्म 1 जनवरी 1978 को केरल में हुआ था। पिता पी.आर बालन डीजीकेबल के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट भी रहे। विद्या तमिल, मलयालम, हिंदी, और अंग्रेजी भाषा में पारंगत हैं। विद्या की एक बहन हैं जिनका नाम प्रिया बालन है। विद्या का पूरा बचपन मुंबई में ही बीता है। विद्या फिलहाल अपनी शॉर्ट फिल्म नटखट को लेकर चर्चा में बनी हुई हैं।