जन्माष्टमी का त्योहार फिल्म अभिनेता शाहरुख खान ने बेटे अबराम के साथ दही हांडी की मटकी फोड़कर मनाया था। शाहरुख ने इसकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर साझा की थीं। लेकिन शाहरुख का यूं मटकी फोड़ना मौलानाओं को खटक गया है। यूपी स्थित देवबंद सहारनपुर के उलेमाओं ने इस संबंध में मीडिया को बयान देकर कड़ी आपत्ति जताई है। उलेमाओं का ये तर्क है कि इस्लाम, किसी भी दूसरे धर्म के त्योहार को मनाने की इजाजत नहीं देता है। अगर कोई ऐसा करता है तो वह नाजायज और इस्लाम में हराम है।

शाहरुख खान के जन्माष्टमी मनाने पर देवबंद में फतवा आॅन मोबाइल सर्विस के चेयरमैन मुफ्ती अरशद फारूकी ने मीडिया में बयान दिया है। मुफ्ती फारूकी ने कहा कि फिल्मी कलाकार का कोई धर्म नहीं होता है, चूंकि शाहरुख खान सेलेब्रिटी हैं। लोग उन्हें देखकर प्रभावित होते हैं। इसलिए उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि वे किस धर्म के त्योहार को किस तरह मना रहे है। किसी के त्योहार में शामिल हो जाना अलग मामला है। लेकिन गैर इस्लामिक त्योहार को अपने घर पर मनाना और उसका आयोजन करना इस्लाम के न​जरिए से सही नहीं है।

शाहरुख खान के इस आयोजन पर देवबंद के ही एक और उलेमा मौलाना नदीम उल वाजदी ने भी आपत्ति जताई है। मौलाना वाजदी ने कहा कि इस्‍लाम किसी दूसरे धर्म के त्‍योहार को मनाने की इजाजत ही नहीं देता है। दूसरे धर्म के त्‍योहार में शामिल होना या फिर खुद उसे मनाना मुस्लिम के लिए शरीयत के उल्‍लंघन के जैसा है। इस्‍लाम में ऐसी कोई छूट नहीं है कि कोई मुसलमान किसी अन्‍य मजहब का त्‍योहार मना सके।

वैसे बता दें कि शाहरुख खान ने अपने बेटे के साथ दही हांडी मनाती हुई तस्‍वीरें इंस्‍टाग्राम पर भी साझा की थीं। ये तस्‍वीरें अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। शाहरुख खान ने मुंबई के अपने बंगले मन्‍नत में दही हांडी का आयोजन किया था। इस उत्‍सव में शाहरुख के साथ ही उनके बेटे अबराम और पत्‍नी गौरी खान ने भी शिरकत की थी। वैसे फिल्‍म इंडस्‍ट्री में किसी मुस्लिम कलाकार के द्वारा हिंदू त्‍योहार मनाने का ये पहला मौका नहीं है। कई अन्‍य सिने स्‍टार जैसे सलमान खान भी अपने घर पर गणपति पूजा का आयोजन बड़ी ही धूमधाम से करते हैं।