FIR और ‘कहानी घर घर की’ जैसे पॉपुलर शोज में काम कर चुकीं एक्ट्रेस कविता कौशिक (Kavita Kaushik) ने एक्टिंग को अलविदा कह दिया है। उन्होंने टीवी इंडस्ट्री को ही नहीं बल्कि मुंबई को भी छोड़ दिया है। बताया जा रहा है कि वो मुंबई और लाइमलाइट वर्ल्ड को छोड़कर पहाड़ों में बस गई हैं। वो अपने पति के साथ हमेशा के लिए पहाड़ों में शिफ्ट हो गई हैं। बताया जा रहा है कि वहां उन्होंने अपना बिजनेस शुरू किया है। ऐसे में अब एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू में बताया कि आखिर उन्होंने इस इंडस्ट्री को क्यों छोड़ा और क्या वह कभी पर्दे पर नजर आएंगी या नहीं।

दरअसल, कविता कौशिक ने हाल ही में ‘टाइम्स नाऊ’ से बात की। इस दौरान उन्होंने बताया कि वो लगातार 30 दिनों तक काम नहीं कर सकती हैं और अब वो टीवी करना ही नहीं चाहती हैं। वो वेब शो और फिल्में करने के लिए एकदम तैयार बैठी हैं। एक्ट्रेस कहती हैं कि वो कोई आम हीरोइन नहीं हैं, जिसे कोई भी आसानी से कास्ट कर लेगा। उनका मानना है कि उनकी पर्सनैलिटी के हिसाब से कुछ ही रोल्स हैं। कविता ने ये भी दावा किया कि उन्हें ‘शैतानी रस्में’ और ‘डायन’ जैसे शोज ऑफर होते रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो वैसी जिंदगी नहीं जी सकती हैं, जैसे 3 साल पहले थी।

इसके सात ही कविता कौशिक ने आज के टीवी कंटेंट को सबसे खराब बताया है। उन्होंने उस दौर का शुक्रिया अदा किया, जिसमें उन्होंने करियर की शुरुआत की थी। उस समय वो कम उम्र की थीं। उन्हें पैसे चाहिए थे। लेकिन अब उनका मानना है कि वो उस तरह का समय नहीं दे सकती हैं। एक्ट्रेस कहती हैं कि टीवी के कंटेंट बहुत पिछड़े हुए हैं। इसलिएष अब वो इसका हिस्सा नहीं बनना चाहती हैं। उनके अनुसार, एक समय था जब टीवी डेवलेप हो रहा था। उनके पास अलग-अलग तरह के शोज थे। उसमें वैराइटी थी और सभी के लिए मनोरंजन था लेकिन आज का कंटेंट नौजवानों के लिए एकदम सही नहीं है।

एक्टिंग के साथ मुंबई भी छोड़ चुकी हैं कविता कौशिक

इसके साथ ही कविता कौशिक ने ना केवल एक्टिंग को छोड़ा है बल्कि उन्होंने तो मुंबई को भी छोड़ दिया है। वो पति रोनित बिस्वास के साथ पहाड़ों में एक शांत जीवन बिता रही हैं। अब एक्टिंग से दूर एक्ट्रेस पति के साथ आयुर्वेदिक बिजनेस कर रही हैं। उन्होंने बताया कि वो अपने पति के साथ पहाड़ों में रहती हैं और यहां आयुर्वेदिक का बिजनेस कर रही हैं। मुंबई छोड़ दिया और यहां सिर्फ तभी आती हैं जब कोई शूटिंग करनी होती है। एक्ट्रेस बताती हैं कि वो पहले गोवा में गई थीं लेकिन वहां उन्हें गर्मी बर्दाश्त नहीं हुई तो वो सारा सामान लेकर पहाड़ों में आ गईं। उनका मानना है कि यहां सामान भी आसानी से मिल जाता है। वो उत्तराखंड में हैं।