मशहूर टीवी एक्ट्रेस निशा रावल सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं और अपनी लाइफ से जुड़ी छोटी और बड़ी बातें अपने फैंस के साथ शेयर करती रहती हैं। अब हाल ही में एक्ट्रेस ने खुलासा किया है कि उनकी लाइफ में एक पल ऐसा भी आया था जब वह आत्महत्या करे के बारे में सोचने लगी थीं।

इतना ही नहीं एक्ट्रेस ने यह भई बताया कि उनको बचपन से ही अकेलापन महसूस होता था। निशा ने बताया कि उनकी मां ने उन्हें अकेले ही पाला है। एक्ट्रेस ने इस बात के बारे में भी बताया कि कैसे बेटे के जन्म के बाद उनके बढ़े हुए वजन को लेकर लोगों ने उन्हें बेरहमी से ट्रोल किया। यहां तक की दोस्तों ने भी इस दौरान उनका साथ छोड़ दिया था।

बाइपोलर डिसऑर्डर से पीड़ित रही निशा

दरअसल निशा ने विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया है। जिसमें उन्होंने लिखा कि “आज विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस है, और इस बातचीत को नॉर्मल बनाने की मैं एक छोटी सी कोशिश कर रही हूं। एक सेलिब्रिटी होना और लगातार लगातार माइक्रोस्कोप के नीचे रहना, अलग-थलग, चिंता, दबाव, तनाव महसूस करने और मादक पदार्थों का सेवन करना आपको यहां तक पहुंचने का कारण हो सकता है। सिर्फ सेलिब्रिटी ही नहीं बल्कि हर साल लाखों लोग आत्महत्या करते हैं। मैंने खुद इन सभी चीजों को महसूस किया है। अपने डिप्रेशन के लिए दवाएं ली हैं। मैं बाइपोलर डिसऑर्डर से पीड़ित हूं। मेरा बचपन बहुत अकेला और परेशान करने वाला था क्योंकि मैं एक टूटे हुए परिवार से हूं जहां मेरी मां ने अकेले ही मुझे बड़ा किया है।”

मुझे ट्रोल किया गया

एक्ट्रेस ने आगे लिखा कि “मैंने शर्मिंदा होने के डर से अपने डिप्रेशन को छिपना सीख लिया और अभी दो साल पहले तक मुझे बाइपोलर डिसऑर्डर के कारण मीडिया के सामने शर्मिंदगी महसूस होती थी। इसे दुनिया के सामने मेरी योग्यता बताने के लिए अपमानजनक शब्द के रूप में इस्तेमाल किया गया था। मुझे ट्रोलर्स ने बेरहमी से ट्रोल किया और मेरे सभी कार्यों को आंका गया। एक माँ के रूप में, मेरे वजन बढ़ने के लिए, जिसके साथ मुझे प्यार हुआ।”

दोस्तों ने भी साल छोड़ दिया

निशा ने आगे लिखा कि “मेरे दोस्तों ने भी मेरा साथ छोड़ दिया और मैं बुरी तरह से टूट गई। लेकिन फिर मैंने एक गहरी सांस ली और कभी भी अपने घर को बिना मेकअप के नहीं छोड़ा (क्योंकि इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ता है), मैंने कभी भी अपने छोटे बच्चे की क्लास नहीं छोड़ी मेरी पैसों की परेशानी के बावजूद मेरे घर में हर रोज खाना पकाया जाता था। मैं देर से सोई, जल्दी उठी, खुद को काम में बिजी कर लिया, कानूनी, भावनात्मक और सामाजिक लड़ाई लड़ने के साथ-साथ पॉडकास्ट और ऑडियोबुक भी सुना। लेकिन फिर मेरा पैर टूट गया, सर्जरी हुई। और इससे मैं और टूट गई। मुझे पता है कि मेरे फॉलोअर्स मुझसे प्रेरणा लेते हैं और मुझे उनसे भी काफी प्रेरणा मिलती है। इसलिए यहां मैं आप सभी को बता रही हूं, आप अकेले नहीं हैं। अपनी दिक्कतें शेयर करें।”