Suhani Bhatnagar: पिछले साल फरवरी में महज 19 साल की उम्र में सुहानी भटनागर का निधन हो गया। बेहद कम उम्र में फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने वाली सुहानी भटनागर की मौत ने उनके फैन्स को हिलाकर रख दिया था। सुहानी भटनागर ने आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ में छोटी बबीता फोगाट का किरदार निभाया था। इस फिल्म के साथ ही वो रातों-रात स्टार बन गईं, उन्हें कई सारी फिल्मों के ऑफर मिलने लगे मगर अचानक हुई उनकी मौत ने न केवल उनके परिवार और दोस्तों को, बल्कि फिल्म इंडस्ट्री को भी गहरे सदमे में डाल दिया। यह एक दुखद और दर्दनाक कहानी है, जो आज भी लोगों के दिलों में ताजा है।
सुहानी भटनागर की बीमारी की शुरुआत
सुहानी की बीमारी की शुरुआत साल 2023 में हुई थी, जब उनके हाथों में लाल चकत्ते और सूजन के लक्षण दिखने लगे। शुरुआत में यह लक्षण हल्के थे, और उनके घरवालों ने इसे मामूली स्किन डिजीज समझा। सुहानी का उनके होमटाउन फ़रीदाबाद में कई बड़े अस्पतालों में इलाज कराया, लेकिन किसी भी इलाज से उन्हें कोई राहत नहीं मिली। जब उनकी हालत बिगड़ने लगी, तो उन्हें दिल्ली के प्रसिद्ध अस्पताल, एम्स में भर्ती कराया गया।
डर्मेटोमायोसिटिस: सुहानी भटनागर को हुई थी दुर्लभ बीमारी
एम्स में जब सुहानी का इलाज शुरू हुआ, तो डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें डर्मेटोमायोसिटिस नाम की एक दुर्लभ बीमारी है। डर्मेटोमायोसिटिस एक प्रकार की ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमता शरीर के खुद के ऊतकों पर हमला करती है। इस बीमारी में त्वचा पर चकत्ते, मांसपेशियों में सूजन, और शरीर में अन्य कई जटिलताएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
इस बीमारी के इलाज के दौरान सुहानी की हालत और भी बिगड़ गई। उनकी बॉडी में इन्फेक्शन फैल गया, जिसके कारण शरीर में फ्लुइड बनने लगा, जो उनके लंग्स में भी भरने लगा। इस लंग्स की समस्या ने सुहानी की स्थिति को और गंभीर बना दिया, और अंत में उनकी मौत हो गई।
सुहानी के पिता ने क्या कहा था?
बेटी के निधन के बाद सुहानी के पिता ने बताया था कि उन्हें दो महीने पहले सुहानी के हाथों पर लाल धब्बे दिखाई दिए थे। हमें लगा कि यह किसी एलर्जी का परिणाम हो सकता है, और इसलिए हमने फरीदाबाद के कई अस्पतालों में स्किन डॉक्टर्स से परामर्श किया। लेकिन इसका सही इलाज नहीं हो सका। जब सुहानी की हालत और बिगड़ी तो हमने दिल्ली के एम्स अस्पताल में उसे भर्ती कराया, लेकिन वहां भी कोई सुधार नहीं हुआ। ज्यादा लिक्विड जमा होने के कारण उसके फेफड़े डैमेज हो गए थे।
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आमिर खान और सुहानी का रिश्ता
सुहानी भटनागर की मौत के बाद उनकी मां पूजा भटनागर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आमिर खान उनकी बेटी सुहानी के साथ कॉन्टैक्ट में थे। पूजा ने बताया कि आमिर खान ने सुहानी के परिवार से हमेशा अच्छा और स्नेहपूर्ण रिश्ता बनाए रखा था। यहां तक कि आमिर ने अपनी बेटी की शादी में सुहानी और उनके परिवार को आमंत्रित किया था।
पूजा भटनागर ने यह भी कहा कि अगर सुहानी के परिवार ने आमिर को एक संदेश भेजा होता और उन्हें सुहानी की हालत के बारे में जानकारी दी होती तो आमिर तुरंत फोन करके उनका हाल-चाल लेते। वे सुहानी की बहुत फिक्र करते थे और उनकी सेहत की चिंता करते थे।
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सुहानी को नहीं मिल सका समय पर सही इलाज
सुहानी के परिवार को शुरुआत में यह नहीं पता था कि उनकी बीमारी इतनी गंभीर हो सकती है। शुरूआत में जब सुहानी को त्वचा पर चकत्ते और सूजन की समस्या हुई, तो उन्होंने इसे मामूली स्किन डिजीज समझा। इसलिए उन्हें शुरू में केवल डर्मेटोलॉजिस्ट से ही इलाज कराया गया। हालांकि, कोई खास सुधार नहीं हुआ। जब सुहानी की हालत अधिक बिगड़ी, तो उन्हें एम्स में भर्ती किया गया, और वहां पता चला कि उन्हें डर्मेटोमायोसिटिस नाम की गंभीर बीमारी है।
यह एक दुर्लभ बीमारी है, जिसके बारे में जागरूकता बहुत कम है। इसी कारण शुरू में सुहानी को सही इलाज नहीं मिल सका। इस बीमारी के प्रभाव से उनका शरीर तेजी से कमजोर होने लगा और उनका इलाज करने में चिकित्सकों को भी बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
किस वजह से हुई डर्माटोमायोसिटिस नाम की बीमारी
डर्माटोमायोसिटिस एक दुर्लभ ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें त्वचा और मांसपेशियों में सूजन हो जाती है। इस बीमारी में त्वचा पर चकत्ते बन जाते हैं और मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द महसूस होता है। हालांकि, इसके सटीक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाए हैं, लेकिन माना जाता है कि कुछ जेनेटिक कारक और खराब पर्यावरण इस बीमारी का कारण बन सकते हैं।
सुहानी का फिल्मी करियर
सुहानी भटनागर ने अपने करियर की शुरुआत बहुत कम उम्र में की थी। दंगल फिल्म में बबीता फोगाट के छोटे रूप में उनका अभिनय सबको याद रहेगा। सुहानी ने इस फिल्म में छोटी बबीता का किरदार निभाते हुए दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई। फिल्म के बाद भी सुहानी ने कुछ अन्य प्रोजेक्ट्स पर काम किया था, लेकिन उनकी बीमारी के कारण उनका करियर कुछ ही समय में रुक गया।
सुहानी अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए तैयार थीं। मगर उनकी मौत ने उनके परिवार को के साथ उनके फैंस को भी गहरा आघात पहुंचाया प्रशंसकों को भी गहरा आघात पहुंचाया।
याद रहेंगी सुहानी
सुहानी भटनागर का जाना परिवार और फिल्म इंडस्ट्री के लिए सहन करना बहुत कठिन था। लेकिन अपनी छोटी सी जिंदगी में उन्होंने जो कुछ भी किया, वह हमेशा याद किया जाएगा। उनकी मेहनत, उनकी मासूमियत और उनका काम हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेगा।