शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा का हर एपिसोड अपने आप में लाजवाब है। ऐसे ही एक बार दया बेन बापूजी के साथ माधवी और भिड़े के घर जा पहुंचे थे, टप्पू का रिश्ता लेकर। टप्पू और सोनू बचपन के दोस्त हैं वहीं वह एक दूसरे को अच्छे से जानते और समझते हैं ये सोच कर बापूजी और दयाबेन भिड़े के घर सोनू का हाथ मांगने चले गए। दया बेन तो मिठाई का डब्बा लेकर भिड़े-माधवी के घर पहुंची थी।
वहीं बापूजी भी कॉलर उठा कर दया के साथ टप्पू का रिश्ता लेकर आए थे। इस बात का माधवी और भिड़े किसी को भी जरा भी अंदाजा नहीं था। माधवी जैसे ही दरवाजा खोलती है, दया भाभी बेहद एक्साइटेड होकर भिड़े के घर के अंदर प्रवेश करती हैं। माधवी पूछती है कि ये मिठाई किसलिए? इस पर दया भाभी जवाब देती हैं अरे रखिए तो सही अभी पता चल जाएगा।
दया बेन कहती है कि सोनू कहा हैं कहीं दिख नहीं रही है, तभी सोनू अंदर से बाहर आती है और दया बेन और चंपक को नमस्ते कहती है, संस्कार देख कर दया बेन सोनू की तारीफ करने लगती है।
तभी भिड़े पूछता है कि आप लोग अचानक आए कैस? चंपक चाचा जवाब देते हैं- अरे भिड़े तुम कल घर आए थे शादी की बात करने, मेरी तबीयत ठीक नहीं थी तो बात नहीं हो पाई। तू नहीं बोला लेकिन मेरे को तेरी बात समझ में आ गई। देखो भिड़े हम अच्छे घर के लोग हैं तुम भी अच्छे घर के लोग हो। बाकि हमें कुछ नहीं चाहिए। इस पर भिड़े कहता है- आप साफ साफ कहेंगे बात क्या है?
इस पर तारक मेहता के चंपक लाल कहता है- ये सोनू और टप्पू बचपन के दोस्त हैं। दया कहती है- साथ साथ खेलते भी हैं और साथ स्कूल भी जाते हैं। टप्पू ने रक्षा बंधन में सोनू से राखी नहीं बंधवाई थी। दोनों साथ में घर घर खेलते हैं। तो दोनों का सच में घर बसा दें तो? हमारे टप्पू के लिए आपकी सोनू का हाथ मांगने आए हैं हम।
ये सुनते ही भिड़े लाल पीला हो जाता है और सोनू को अंदर जाने के लिए कहता है। इसके बाद देखिए आत्माराम तुकाराम भिडे़ दया बेन और चंपक चाचा की बात पर कैसे रिएक्ट करता है।