भगवान राम को लेकर दिए गए संजय निषाद के विवादित बयान पर टाइम्स नाऊ नवभारत की डिबेट में तीखी बहस शुरू हो गई। डिबेट के दौरान पत्रकार और एंकर सुशांत सिन्हा बीजेपी प्रवक्ता पर संजय निषाद के बयान को लेकर भड़कने लगे।
गुस्साते हुए सुशांत सिन्हा ने कहा- ‘सलमान खुर्शीद के हिन्दुत्व पर हमले से आग-बबूला बीजेपी का दशरथ के प्रभु श्रीराम के पिता न होने वाले संजय निषाद के बयान पर खून नहीं खौलता? उनसे किनारा क्यों नहीं करते? उनपर प्रेस कॉन्फ़्रेंस कब होगी? हिंदू के अपमान पर खून भी मौका/फायदा देखकर खौलता है क्या?’
इस डिबेट में कांग्रेस प्रवक्ता उदित राज भी मौजूद थे जो कि इस बयान पर बिफरते हुए बोले कि ‘ये लोग हिंदू धर्म को बेचते हैं। हिंदू धर्म का इस्तेमाल करते हैं, इनकी आस्था नहीं है इसमें।’
ऐसे में बीजेपी के प्रवक्ता प्रेम शुक्ला लगातार कांग्रेस नेता की बात काटने लगते हैं, जिसमें एंकर सुशांत सिन्हा कहते हैं- ‘प्रेम शुक्ला जी मेरा प्रश्न ये है कि कांग्रेस पार्टी तो ये आरोप झेलती ही है-हिंदुत्व-फेक हिंदुत्व। लेकिन आप लोग तो हिंदुओं के साथ खड़े होने की बात करते हैं। बंगाल में जब इन लोगों पर हमले हुए तो आपमें से कोई नहीं गया। जब संजय निषाद इतनी बड़ी बात कह रहे हैं आपने संजय निषाद पर क्या एक्शन लिया, गठबंधन तोड़ देंगे, आपने ऐसा क्यों नहीं कहा?’
इस बात पर प्रेम शुक्ला कहने लगे- ‘संजय निषाद ने जो बात कही उन्होंने रामायण की कथा को घुमा कर के कहने का प्रयास किया।’ एंकर ने सवाल किया- पर उन्हें ये कहने की क्या जरूरत है सर? कि वो उनके पिता थे कि नहीं थे! बीजेपी प्रवक्ता जवाब में कहने लगे- ‘राजा दशरथ पिता हैं ना उसमें कोई संदेह ही नहीं है।’
इस पर गुस्साते हुए एंकर ने कहा- ‘अरे तो आप इसे संजय निषाद को बताइए ना सर। हमारे यहां आज भी ये होता है मानलीजिए जिनके बच्चे न हों वो आशीर्वाद लेने जाते हैं साधु-संतों से, तो क्या वो बच्चा साधु संतों का हो जाएगा?’ इस सवाल पर बीजेपी नेता कहते हैं- ‘बिलकुल उनका नहीं हुआ, मैं इसका विरोध कर रहा हूं।’ ऐसे में भड़कते हुए सुशांत सिन्हा ने कहा- ‘अरे तो बोलिए संजय निषाद को कि प्रेस कॉन्फ्रेस कर के माफी मांगे’। ऐसे में बीजेपी नेता बोले- ‘नहीं वो हमारी पार्टी इस पर निर्णय लेगी मैं अकेला इसका फैसला नहीं ले सकता।’
बतादें, यूपी में बीजेपी की सहयोगी निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने भगवान राम पर एक विवादित बयान दे डाला था। संजय निषाद ने कहा था कि ‘भगवान राम का जन्म एक निषाद परिवार में हुआ था। श्रीराम राजा दशरथ के पुत्र भी नहीं थे। बल्कि पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ कराने वाले श्रृंगी ऋषि के बेटे थे।’