मुकेश खन्ना अकसर हर मुद्दे पर बेबाकी से अपनी राय रखते हैं। लेकिन देश में चल रहे किसान बिल के मुद्दे पर मुकेश खन्ना बेहद कम बोले। ऐसे में मुकेश खन्ना के फैंस ने उनसे सवाल करने शुरू कर दिए कि आखिर वह इस मुद्दे पर खुल कर बात क्यों नहीं कर रहे। मुकेश खन्ना ने अब जाकर इस मामले पर अपनी राय रखी है। मुकेश खन्ना ने बताया कि कई लोगों ने इस बीच उन्हें कहा कि वह बीजेपी के आदमी हैं।

इसको लेकर शक्तिमान एक्टर ने अपने वीडियो के जरिए कहा- ‘लोग मुझसे इन दिनों पूछ रहे हैं कि किसान आंदोलन के बारे में आप क्यों नहीं बोलत, आप कुछ नहीं बोल रहे। कई लोग समझते हैं कि मैं बीजेपी का आदमी हूं। तो मैं बता दूं कि मैं किसानों के पक्ष में आज से नहीं हूं। जब से हमारा देश जब आजाद हुआ तब से मैं देश के किसानों के साथ हूं। जिस तरह से देश की सरकार बनी। उसमें में सबसे बड़ी गलती निकालता हूं, नेहरू जी द्वारा अरबनाइजेशन को ज्यादा महत्व देने की।’

मुकेश खन्ना ने आगे कहा- ‘हमारा देश 75%  विलेज है। अगर पहले गांव को समृद्ध करने की बात होती हो सोचिए आज वो गांव डेव्लप्ड होते। शहर तो धीरे धीरे डेवलेप होते। वो पॉलेसी रॉन्ग थी। पहले आप ध्यान दीजिए किसानों के हित की। किसान हमें खाना देता है। लेकिन जब बताया जाता है कि जो किसान हमारे लिए इतना करता है उसके घर में खाने को खुद नहीं होता? आपको हैरानी नहीं होती?’

मुकेश खन्ना ने आगे कहा- ‘किसानों को खुशहाल करना था पहले। जो किसानों के मूवमेंट में जिन नेताओं ने वोट बटोरे हैं उन्होंने कभी भी किसानों के हितों में कभी भी काम नहीं किया है। अगर किया होता तो बिहार से लोग मुंबई जैसे महानगर में नौकरी के लिए नहीं आते।’

मुकेश खन्ना बोले-  ’70 सालों से वही चल रहा है। एक बात बताना चाहता हूं कि राज वही सही चलता है जब प्रजा सुखी होती है। लोग कहते हैं यथा राजा तथा प्रजा। जैसा राजा होता है वैसी प्रजा बनती है।’