जयदीप अहलावत इन दिनों प्राइम वीडियो की सीरीज द फैमिली मैन 3 को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। मनोज बाजपेयी स्टारर सीरीज के तीसरे सीजन में उन्होंने रुक्मा भाई के किरदार की भूमिका निभाई। श्रीकांत और रुक्मा की ऑनस्क्रीन लड़ाई को खूब पसंद किया गया। इस सीरीज को पसंद करने वालों ने यहां तक कह दिया कि जयदीप की एंट्री ने द फैमिली मैन को और ज्यादा स्पेशल बना दिया। तीसरा सीजन देखने के बाद लोगों ने इसके चौथे सीजन का इंतजार करना शुरू कर दिया है।

पाताल लोक जैसी सीरीज के लिए जयदीप अहलावत जाने जाते हैं और द फैमिली मैन 3 में उन्होंने खूंखार विलेन के किरदार से धमाल मचा दिया। इस बीच एक्टर ने एक हालिया इंटरव्यू में समाज में पुरुषों की मानसिकता से जुड़ी धारणाओं पर सवाल खड़े किए। आइए जानते हैं कि उन्होंने ‘लड़का होकर कौन रोता है’ वाली बात का उदाहरण देते हुए क्या समझाया है?

फिल्मी ज्ञान को दिए एक हालिया इंटरव्यू में जयदीप अहलावत ने समाज और उस मानसिकता पर एक विचार पेश किया, जो पुरुषों को अपनी भावनाएं व्यक्त करने से रोकती हैं। उन्होंने कहा, बच्चों को, मर्दों को ऐसा नहीं है कि सिर्फ हरियाणा में, ये सभी जगह चलता है। पहली पंक्ति जो सुनाई देती है, वह यह है कि अरे लड़का होकर कौन रोता है? दुनिया में हर जगह दमनकारी विचार को बढ़ावा दिया जाता है।

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अभिनेता ने अपनी बात पूरी करते हुए कहा कि अगर थोड़ा संतुलन बना रहेगा, तो विवेक कायम रहेगा। बता दें कि जयदीप अहलावत, निर्मत कौर दोनों इस सीजन में द फैमिली मैन के किरदारों में शामिल हुए हैं और दोनों के ही काम को सराहा गया है। उनकी जोड़ी को अपकमिंग सीजन में देखने के लिए भी दर्शक एक्साइटेड नजर आ रहे हैं। नए सीजन में कहानी मनोज बाजपेयी के किरदार के एक दुविधा में फंसने के इर्द-गिर्द घूमती है। कुलकर्णी सर की मौत के बाद श्रीकांत तिवारी खुद को उनकी हत्या के मामले में दोषी पाता है और इससे बचने के लिए वह परिवार के साथ फरार हो जाता है। इस सीजन के 7 एपिसोड है, जिनकी चर्चा ओटीटी लवर्स के बीच हद से ज्यादा हो रही है।