Tarak Mehta Ka Ooltah Chashmah 9 December 2019, Preview Episode: शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा में एक के बाद एक मुसीबतें आ रही हैं। बापूजी का चश्मा क्या टूट गया जेठालाल की लाइफ में एक के बाद एक पंगे शुरू हो गए। पहले बापूजी से डांट खाना। फिर मॉर्निंग वॉक पर बापूजी का खोजाना, और अब बाबूजी का गोकुलधाम की बजाय बार पहुंच जाना एक नई आफत है। जेठालाल को जब खबर होगी कि बापूजी घर आने की बजाय गलती से बार चले गए हैं तो क्या होगा?
दरअसल, बापूजी को बिना चश्मे के तो कुछ दिख ही नहीं रहा। फिर भी वह बीच सड़क पर उतर जाते हैं और वापसी में गोकुलधाम का रास्ता पूछने लगते हैं। लेकिन शरारती लोग उन्हें बार का रास्ता बता देते हैं। नीला फिल्म प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में चम्पक चाचा की चश्मे के बगैर हालत ऐसे हो चुकी है जैसे संकटों ने कतार ही लगायी हुई है। दुर्भाग्य से बापूजी जिन लोगों के पास मदद मांगने जाते हैं।
वह उनकी मदद छोड़ उनका शोषण करने लगते हैं। खुद को अपहरण से बचाने के बाद उनका पाला एक अजनबी शराबी से पड़ जाता है। जो उन्हें गोकुलधाम सोसाइटी के बजाय बार में लेकर जाता है। अपनी गलती का अहसास करने के पश्चात दृष्टिहीन बापूजी उस शराबी के चंगुल से तो निकल जाते है पर उन्हें क्या पता कि अब आगे क्या संकट खड़े हैं।
बार से बाहर निकलते ही बापूजी जब रास्ते पर भटक रहे होते है, तब उनका सामना कुछ कॉलेज के छात्रों से हो जाता है, जो मदद करने के बदले उनकी इस हालत में उनका और शोषण करने की कोशिश करते हैं। वह छात्र बापूजी को ऐसा महसूस कराते हैं कि अगर वे उन्हें कुछ पैसे जुटाने में मदद करेंगे तो वह बदले में उन्हें सही सलामत घर पंहुचा देंगे।
यह कहकर वह छात्र बापूजी के हाथ एक फलक थमा देते है जिसमे मदद करने का सन्देश लिखा हुआ होता है। राहगीरों से पैसे इकट्ठा होने के बाद वह छात्र जमा किये हुए पैसे बापूजी को देने के बजाय वह लेकर भाग जाते हैं।
बेचारे बापूजी फिर से ठग लेने बाद मदद मांगना शुरू करते है। अब आगे और क्या क्या होगा बापूजी के साथ? क्या बापूजी की मदद के लिए सही समय पर जेठा आ पाएगा? जानने के लिए पढ़ें जनसत्ता.कॉम अपडेट्स।