‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ शो ने पूरे देशभर में लोगों का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। शो के हर एक किरदार को लोग खूब पसंद करते हैं। ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ कास्ट की लोकप्रियता इस कदर बढ़ गई है कि लोग उन कलाकारों का असली नाम ही भूल चुके हैं। ऐसा ही कुछ माजरा शो के ‘नट्टू काका’ यानी घनश्याम नायक के साथ हुआ। उन्होंने बीबीसी हिंदी को दिए इंटरव्यू में बताया कि वह जहां भी जाते हैं, लोग उन्हें नट्टू काका कहकर ही बुलाते हैं।
घनश्याम नायक ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि उन्हें इस बात का कई बार दुख भी होता है कि लोग उनका असली नाम ही भूल चुके हैं। घनश्याम नायक ने बताया कि रेलवे से लेकर बैंक और एयरपोर्ट तक में लोग उन्हें ‘नट्टू काका’ कहकर ही बुलाते हैं।
घनश्याम नायक ने इस बारे में बात करते हुए कहा, “मैंने 100 से ज्यादा नाटकों में काम किया। ढाई सौ हिंदी-गुजराती फिल्मों में काम किया, साढ़े तीन सौ सीरियल में काम किया। लेकिन सबसे ज्यादा नाम मिला नट्टू काका को ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में।”
घनश्याम नायक ने इस बारे में बात करते हुए आगे कहा, “कई बार बड़ा दुख भी होता है कि लोग मेरा असली नाम भूल चुके हैं। मैं घनश्याम नायक हूं, लेकिन बैंक में जाता हूं तो वहां लोग मुझे नट्टू काका कहते हैं। रेलवे रिजर्वेशन के लिए जाता हूं तो वहां लोग मुझे नट्टू काका कहकर बुलाते हैं।”
घनश्याम नायक ने आगे बताया कि प्लेन में जाता हूं तो वहां भी पायलट और एयर होस्टेस ‘नट्टू काका’ कहकर साथ में फोटो खिंचवाते हैं। उन्होंने इस बारे में आगे कहा, “सब जगह इतना नाम हो गया है ‘नट्टू काका’, ‘बाघा’, ‘बावरी’ कि लोग हमारा असली नाम ही भूल चुके हैं। लेकिन हमारा असली नाम भी है।”
घनश्याम नायक से इतर ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में भिड़े का किरदार निभाने वाले मंदार चंदवाडकर के साथ भी ऐसा हो चुका है। उन्होंने इंटरव्यू में बताया था कि उनके बिजली के बिल से लेकर घर के पते तक ‘भिड़े’ के नाम पर आते हैं। इस बारे में उन्होंने कहा, “मेरे पड़ोसी भी मेरा असली नाम भूल चुके हैं। ऐसे में मैं मंदार चंदवाडकर को ‘भिड़े’ के जितनी लोकप्रियता दिलाना चाहता हूं।”