दिग्गज एक्टर अमिताभ बच्चन का क्विज गेम शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (Kaun Banega Crorepati-14) का 14वां सीजन बेहद लोकप्रिय सीजन बनता जा रहा है। KBC-14 के हर एपिसोड में काफी दिलचस्प कंटेस्टेंट अपने ज्ञान को जानने और किस्मत आजमाने के लिए आ रहे हैं। नए एपिसोड में प्रतियोगी तुषार गर्ग ने भारतीय नोबेल पुरस्कार विजेताओं के नामों के बारे में सही जवाब न जानते हुए शो बीच में ही छोड़ दिया।

अमिताभ बच्चन ने किया कुछ खास
तुषार पहले के एपिसोड से एक रोल-ओवर प्रतियोगी थे और अपनी पत्नी के साथ शो में आए थे। 13 सितंबर के एपिसोड में होस्ट अमिताभ बच्चन ने शो के सेट पर केक काटकर तुषार की पत्नी का जन्मदिन मनाया। जो तुषार और उनकी पत्नी के लिए बेहद खास था।

अमिताभ ने तुषार से ये भी पूछा कि क्या वो अपनी पत्नी के लिए कुछ खास करना चाहते हैं, तो उन्होंने जवाब दिया कि वो अपनी पत्नी को उनके लंबे समय से पेंडिंग हनीमून पर ले जाना चाहते हैं। क्योंकि उनकी शादी कोविड-19 के दौरान हुई थी।

ये था सवाल
तुषार आसानी से सारे सवालों के जवाब देते हुए 50 लाख के प्रश्न तक पहुंच गए, लेकिन अफसोस उन्हें ये राशि नहीं मिल सकी। दरअसल अमिताभ बच्चन ने तुषार से 50 लाख के लिए सवाल पूछा था कि इनमें से किस नोबेल पुरस्कार विजेता के जन्म का नाम एक अन्य नोबेल पुरस्कार विजेता ने सुझाया था?

दिए गए ऑप्शन

तुषार को दिए गए ऑप्शन थे, “पहला- वेंकी रामकृष्णन, दूसरा-अभिजीत बनर्जी, तीसरा- हर गोबिंद खुराना और चौथा-अमर्त्य सेन।” सवाल का सही जवाब ‘अमर्त्य सेन’ था, लेकिन तुषार जवाब देने में विफल रहे और उन्होंने खेल छोड़ने का फैसला लिया।

इस नोबेल पुरस्कार विजेता ने सुझाया था नाम
नोबेल पुरस्कार विजेता और भारत रत्न के प्राप्तकर्ता अमर्त्य सेन को उनका नाम कैसे मिला, इस पर एक छोटी सी सामान्य जानकारी हम आपसे साझा कर रहे हैं। 1913 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार जीतने वाले रवींद्रनाथ टैगोर ने ही सेन की मां को ‘अमर्त्य’ नाम सुझाया था। सेन का जन्म 3 नवंबर, 1933 को बंगाल प्रेसीडेंसी के शांति निकेतन में हुआ था। उनके पिता ढाका विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे और उनका नाम आशुतोष सेन था।