लेखक-स्कॉलर तारिक फतेह और गीतकार जावेद अख़्तर के बीच ट्विटर पर एक बयान को लेकर नोंकझोंक हो गई। दरअसल, तारिक फतेह ने लिखा कि शायद एक दिन भारत में किसी मुस्लिम शख्सियत का उदय होगा, जो हिंदुस्तान के हिंदुओं को इस बात के लिए धन्यवाद देगा, जिन्होंने मिस्र और फारस की खाड़ी के अलावा तमाम देशों में उत्पीड़न के बाद भागे मुस्लिमों का दिल खोलकर स्वागत किया। उनके इसी ट्वीट पर जावेद अख़्तर ने पलटवार किया।
जावेद अख्तर ने फतेह पर तंज कसते हुए लिखा, ”यह अजीब नहीं है कि आप दावा करते हैं कि पाकिस्तान में हो रहे उत्पीड़न के चलते खुद आपको वहां से भागना पड़ा, लेकिन भारत आने के बजाय आपने 11 सालों तक सऊदी अरब और आसपास के मुल्कों में शरण ली।” आपको बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब सोशल मीडिया पर तारिक फतेह और जावेद अख़्तर के बीच जुबानी जंग हुई हो।
कुछ दिनों पहले ही फतेह ने एक ट्वीट का हवाला देते हुए लिखा था कि भारत दुनिया की इकलौती ऐसी सभ्यता है, जहां देश के लुटेरों और आक्रांताओं को महिमामंडित करना और उनका गुणगान करना सिखाया जाता है। फतेह के इस ट्वीट का जवाब देते हुए जावेद अख्तर ने लिखा था कि अकबर तो फिर भी एक भारतीय थे, लेकिन आपके पिता नहीं, जिन्होंने भारत की जगह पाकिस्तान को तरजीह दी और वहां बसना उचित समझा।

बहस में यूजर्स भी कूद पड़े: तारिक फतेह और जावेद अख़्तर की जुबानी जंग में तमाम यूजर्स भी कूद पड़े। दीपक नाम के यूजर ने जावेद अख़्तर को जवाब देते हुए लिखा, ‘बिल्कुल सही फरमा रहे हैं आप। फतेह को यहां भी उसी समुदाय से खतरा है, जिससे पाकिस्तान में महसूस करते थे। तभी उन्होंने उस भारत को नहीं चुना। माधव शर्मा ने लिखा, ‘सर, आपको तो कुछ समझाने का भी मन नहीं करता है। तेरे मासूम सवालों से परेशान हूं मैं…।’
सुबोध कुमार नाम के यूजर ने लिखा, ‘क्योंकि उन्हें (फतेह) को पता था कि भारत में आप जैसे लोगों का असली चेहरा सामने लाने के बाद उनको यहां ज्यादा खतरा है।’ नदीम अफजल ने लिखा, ‘सही कहा जावेद साहब…तारिक फतेह सबसे बड़े पाखंडी हैं। भारतीय भी बनना चाहते हैं और हिंदुत्व का लबादा भी ओढ़ना चाहते हैं।’