Tarek Fatah: लेखक तारिक फतेह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं और तमाम समसामयिक मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं। खासकर कट्टरपंथ के खिलाफ वे अक्सर मोर्चा खोले नजर आते हैं। ताजा मामला भी उन्हीं के एक ट्वीट से जुड़ा है। उन्होंने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें एक पिता अपने दो बच्चों से धमकी दिलवा रहा है। इस हेट स्पीच वाली वीडियो को देख कर हर कोई हैरान है। बॉलीवुड के दिग्गज गीतकार जावेद अख्तर ने भी इस वीडियो को पर बयान दिया है। उन्होंने तारिक फतेह द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो को देख कर शख़्स की गिरफ्तारी की मांग की है।

तारिक फतेह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर वीडियो को शेयर करते हुए लिखा- ‘एक पाकिस्तानी पिता अपने दो छोटे और नादान बच्चों को क्या सिखा रहा है, नफरत करना… हिंदुओं से। धमकी देना और हिंसा करना। बच्चे कहते सुने जा रहे हैं कि इस्लामाबाद में हिंदू मंदिर बना तो वह ऐसा सबक सिखाएंगे कि याद रखेंगे। देखिए बच्चों के पिता की आंखों में ये सब करवा के कितना गर्व है.. शॉकिंग।’

जावेद ने इस वीडियो को देख तारिक को कमेंट करते हुए कहा- ‘इस आदमी की गिरफ्तारी होनी चाहिए। पाकिस्तान गवर्नमेंट को इसे ढूंढ कर निकालना चाहिए और इसे भड़काऊ स्पीच देने के लिए गिरफ्तार करना चाहिए। हिंदू मायनॉरिटी के खिलाफ यह भड़काऊ भाषण दे रहा है। वहीं ये बच्चों का शोषण कर रहा है, उन्हें गलत राह पर ले जा रहा है। बच्चों का ब्नेनवॉश किया जा रहा है। वे इसी सोच के साथ आगे बढ़ेंगे और कभी एक नॉर्मल इंसान नहीं बन पाएंगे।’

इस वीडियो को देख कर अन्य लोग भी रिएक्शन देने लगे। एक यूजर ने लिखा- ‘शॉक में क्यों हैं सर? इस्लाम को फॉलो करता है इनका पिता। काफिरों के लिए जो नफरत फैलाता है। वह अपना धर्म अच्छे से निभा रहा है।’ एक ने कहा- ‘हर हर महादेव। सर्वधर्म सम्भाव हिन्दू के लिये मीठा जहर है तो मैं बहुत कड़वी दवाई हूं। हिन्दू को जहर स्वीकार है पर कड़वी दवाई नहीं। पछताओगे।’


एक यूजर ने लिखा- ‘गुलशन कुमार को सिर्फ इसलिए मारा गया था, क्योंकि उनके रहते हुए बॉलीवुड का इस्लामीकरण नहीं हो सकता था। उनके मरते ही बॉलीवुड से भक्ति गाने गायब हो गए, जो लोग दाऊद के इशारे पर नाचते थे सिर्फ वही स्टार बने! 20 साल से त्यौहारों पर कोई गीत नहीं बना, उल्टे हिंदू धर्म का मजाक उड़ाया गया।’ तो किसी ने जावेद पर तंज कसते हुए कहा- ‘और यहां के लोग CAA का विरोध करते हैं।’ एक ने कहा- ‘इतनी गन्दी मानसिकता.. कि छोटे छोटे बच्चों को ही नफरत सिखा रहे हैं।’