मधुबाला, गीता बाली, माला सिन्हा और राज कपूर जैसे सितारों को निर्देशक केदार शर्मा ने अभिनय के क्षेत्र में बड़े मौके दिए। शशि रंजन के साथ एक इंटरव्यू में, फिल्म निर्माता ने याद किया कि कैसे उन्होंने राज कपूर को फिल्म ‘नीलकमल’ में कास्ट किया था। उन्होंने बताया कि राज कपूर अपनी युवावस्था में रेड लाइट एरिया में जाने लगे थे और उनके पिता पृथ्वीराज कपूर ने केदार शर्मा को उन्हें पटरी पर लाने की जिम्मेदारी दी थी। केदार ने बताया था कि कैसे एक थप्पड़ ने राज कपूर को एक स्टार बनाया। इसके साथ ही उन्होंने एक किस्सा सुनाया था जब राज कपूर, गीता बाली के साथ काम करने के लिए तैयार नहीं थे।
गीता बाली के साथ भी उनका कुछ ऐसा ही अनुभव रहा। केदार ने उन्हें 13,000 रुपये में साइन किया था। गीता बाली अपनी हिट फिल्मों के लिए 50,000 से 60,000 रुपये के बीच फीस लेती थीं, लेकिन जब उनकी फिल्में चलना बंद हो गईं, तो उन्हें मुश्किल दौर से गुजरना पड़ा। वो हिम्मत जुटाकर केदार शर्मा के पास वापस आईं और काम मांगा, क्योंकि दूसरे लोग उन्हें 6,000 रुपये में भी साइन करने को तैयार नहीं थे।
किदार शर्मा ने ऑल इंडिया रेडियो से बातचीत में इस किस्से को याद किया था। उन्होंने बताया कि गीता अपने करियर में अब तक की सबसे मेहनती स्टार थीं जिनके साथ काम करने का उन्हें सौभाग्य मिला। उन्होंने कहा, “स्टार बनने के बाद उन्होंने मुझसे मुंह मोड़ लिया, मैं बहुत दुखी था।” उन्होंने आगे कहा, “मैं सब कुछ भूल गया था, लेकिन एक दिन, वो अपनी मां के साथ टोपी हाथ में लिए मेरे पास आईं। उनकी सभी फिल्में फ्लॉप हो रही थीं और कोई भी उन्हें 6,000 रुपये में भी काम देने को तैयार नहीं था।”
फिल्म मांगने ने केदार शर्मा के पास लौटी थीं गीता बाली
केदार ने आगे कहा, “उन्होंने कहा, ‘बड़े पिट के आए हैं, आप हमको अपनी शरण में ले लो।’ गीता ने कहा कि उसने सबक सीख लिया है। शुरुआत में, मैं उन्हें बाहर निकालना चाहता था, लेकिन बाद में मुझे उन पर तरस आया क्योंकि मैं भी वही गलती कर सकता था। साथ ही, उनकी उदारता थी कि उन्होंने अपनी गलती मान ली। इसलिए, मैंने उन्हें ‘बावरे नैन’ के लिए चुना। लेकिन मुझे पता था कि वो अकेले फिल्म नहीं बेच सकतीं। इसलिए मैं राज कपूर के पास गया। मैंने उनसे कहा कि मैं उन्हें दूसरों के बराबर पैसे नहीं दे सकता, लेकिन उन्होंने कहा कि वो मेरी फिल्म में काम करेंगे। उन्होंने पूछा कि उनकी सह-कलाकार कौन होगी, और मैंने उनसे कहा, ‘गीता बाली’।”
राज कपूर ने कर दिया इनकार
राज कपूर हैरान रह गए। उन्होंने केदार शर्मा से कहा, “सर, क्या बात करते हो, कम से कम मेरे स्टैंडर्ड की तो लड़की लो।” केदार शर्मा ने कहा कि गीता को बस एक दिन का मौका दो, फिर अपना मन बना लो। राज कपूर की एक शर्त थी; वो एक भी डायलॉग नहीं बोलेगी। केदार शर्मा ने याद करते हुए कहा, कि राज की छुट्टी कर दी उस लड़की ने और आगे बताया कि राज कपूर उसके साथ काम करने के लिए राजी हो गए। गीता ने उनके भाई शम्मी कपूर से शादी कर ली, जिसके बाद उन्होंने अभिनय छोड़ दिया और परिवार पालने में लग गईं। चेचक के कारण 34 साल की उम्र में गीता की दुखद मृत्यु हो गई।