राम नवमी के जुलूस के दौरान देशभर में कई जगह दंगों की खबरें सामने आईं। जिसे लेकर बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि देश के बहुसंख्यक धर्म वाली आबादी द्वारा अल्पसंख्यक आबादी वाले समुदाय को डराने-धमकाने का काम किया जा रहा है। स्वरा ने कहा है कि अब ऐसी घटनाएं रोज की बात हो गई हैं।

एनडीटीवी से बातचीत में स्वरा ने हिंसा पर विस्तार से अपनी बार रखी। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि ये बहुत डरावना और शर्मनाक है। मुझे लगता है कि जो सबसे डरा देने वाली बात है वो ये कि हमारे देश के ही नागरिक दूसरे नागरिकों के साथ ऐसा कर रहे हैं। ज्यादातर धर्म के नाम पर ये सब हो रहा है। हम किसी और पर इल्जाम नहीं लग सकते हैं। ये भारत के नागरिकों द्वारा ही हो रहा है, खासतौर पर भारत के हिंदुओं के ही नाम ऐसी घटनाओं में सामने आते हैं।’

एक्ट्रेस ने आगे कहा, ”ये एक घटना की बात नहीं है, ये अब रोज की बात हो गई है। हफ्ते में या कहें, रोज ही ऐसी घटनाएं सामने आने लगी हैं। अखबार में छपी खबरों के मुताबिक सांप्रदायिक दंगों की लगभग 7 घटनाएं हुई हैं। मुझे लगता है कि दंगा शब्द इन घटनाओं के लिए इस्तेमाल करना ठीक नहीं। ये वास्तव में भीड़ का आतंक है। ये मुस्लिम समुदाय को आतंकित करने के लिए किया जा रहा प्रयास है।”

स्वरा के इस बयान पर तमाम लोग सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। फिल्ममेकर अशोक पंडित ने लिखा,”ये सफेदपोश आतंकवादियों का एक सदस्य कह रहा है जो खुद समाज में अशांति पैदा करने के लिए बैठे हैं।” हिंदवी नाम के यूजर ने लिखा,”कृपया 5 राज्यों में रामनवमी जुलूसों पर किए गए पथराव पर भी टिप्पणी करें।”

संजीव साहा ने लिखा,”संविधान के नाम पर ये सब कुछ कह देंगे। कृपया एक बात स्पष्ट कर दें ..संविधान व्यक्ति द्वारा लिखा गया है, ईश्वर द्वारा नहीं। यहां हिंदुओं को हमेशा गुलाम माना जाता है और बाकियों को संत। क्यों?”

एक यूजर ने अशोक पंडित को जवाब देते हुए लिखा,”आप इसको फुटेज क्यों दे रहे हैं, जबकि पूरा भारत भूल गया है और 2010 के बाद से किसी भी फिल्म में नहीं देखा है।” बता दें कि स्वरा भास्कर अक्सर तमाम समसामयिक मसलों पर अपनी राय रखती नजर आती हैं। कई बार लोग उन्हें ट्रोल भी करने लगते हैं।