Swara Bhaskar On Manmohan Singh: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को 92 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। गुरुवार रात 8.06 बजे उन्हें नई दिल्ली स्थित एम्स के मेडिकल इमरजेंसी में लाया गया, जहां तमाम कोशिशों के बावजूद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका और रात 9.51 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। यह खबर सामने आने के बाद देश भर में शोक की लहर दौड़ गई। आम लोगों के साथ-साथ, पॉलिटिशियन और बॉलीवुड स्टार्स ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
सनी देओल, कपिल शर्मा, माधुरी दीक्षित, रणदीप हुड्डा और मनोज बाजपेयी समेत कई स्टार्स ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। वहीं, एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने भी ट्वीट करते हुए मनमोहन सिंह से जुड़ा एक किस्सा शेयर किया, जिसमें एक्ट्रेस ने बताया कि वह एक बार जेएनयू आए थे और स्टूडेंट्स के लोकतांत्रिक अधिकारों के सपोर्ट में उतरे थे।
एक युग का अंत, अलविदा डॉ. सिंह
स्वरा ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के साथ फोटो भी शेयर की और लिखा कि मनमोहन सिंह जी का निधन, उन्होंने (पीछे मुड़कर देखा) भारत के वास्तविक ‘अच्छे दिन’ की अध्यक्षता की। एक ऐसे युग का अंत जैसा लगता है जब भारत सच में (अधिक) लोकतांत्रिक था।
जब भारतीय भय और असहिष्णुता से मुक्त थे और जब भारतीय सार्वजनिक विमर्श में अधिक शालीनता थी, अलविदा डॉ. सिंह। आपने भारत को उससे कहीं अधिक दिया, जिसका आपको श्रेय मिला।
इसके आगे उन्होंने एक ट्वीट करते हुए उनसे जुड़ा किस्सा शेयर किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि मुझे एक किस्सा याद है जब तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह जेएनयू आए थे। मैं वहां की स्टूडेंट थी। मुझे लगता है, सिंगूर नंदीग्राम हुआ था या शायद यह छत्तीसगढ़ में ‘नक्सल विरोधी’ अभियान था। कैंपस में विरोध प्रदर्शन की चर्चा थी।
बेशक बहुत सुरक्षा थी, लेकिन वामपंथी छात्र संगठनों शायद AISA या DSU ने पूरे कैंपस में काले झंडे फहराए और दो वामपंथी छात्रों ने नारेबाजी और काले झंडे दिखाकर पीएम के भाषण को बाधित करने में कामयाबी हासिल की। उन्हें तुरंत हटा दिया गया और जाहिर तौर पर निष्कासन नोटिस दिया गया। हमने कुछ दिनों बाद सुना कि पीएमओ ने वीसी को फोन करके अनुरोध किया था कि छात्रों को निष्कासित न किया जाए, क्योंकि विरोध करना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है।
आज की भारतीय राजनीति, नेतृत्व और राजनीतिक माहौल से यह कितना अलग है। यह इस बात का प्रमाण है कि एमएमएस एक महान पीएम क्यों थे। स्मृति से किस्से का पुनर्निर्माण- कृपया अधिक सटीक विवरण प्रदान करें, जो लोग बेहतर याद रखते हैं।
