अभिनेत्री स्वरा भास्कर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। सामाजिक, फिल्म उद्योग और राजनीतिक विषयों पर खुलकर अपनी राय रखती हैं। हाल ही में एक पत्रकार ने जब ट्विटर पर स्वरा भास्कर से फिल्मों में लीड रोल को लेकर कहा तो स्वरा भास्कर ने इस पर जवाब भी दिया है और लोगों इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं भी दी हैं।
पत्रकार अनिल मेरानी ने स्वरा भास्कर को टैग कर लिखा कि ‘स्वरा भास्कर जी आपको एक बड़ी, व्यावसायिक फिल्म में मुख्य भूमिका निभाते हुए देखना अच्छा लगेगा। आपके पास अभिनय की बारीकियां हैं।’ इस पर स्वरा भास्कर ने जवाब देते हुए लिखा कि ‘हां मुझे भी ये करना है।’ इस पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं: एक यूजर ने स्वरा भास्कर को जवाब देते हुए कहा कि ‘अभिनेता के रूप में आप औसत से भी नीचे हैं लेकिन आप मुखर कार्यकर्ता जरूर हैं।’ अक्कू नाम के यूजर ने लिखा कि ‘नाचने का काम मिल जाएगा हालांकि राखी सावंत कहीं बेहतर है क्योंकि आप केवल सलमान खान के सामने नृत्य कर सकती हैं।’ रवि रंजन किशोर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘बड़ी फिल्मों के लिए आपके अन्दर टैलेंट होना चाहिए।’
के.टी. नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कुदाल को कुदाल कहने वाले इतने मजबूत चरित्र के बाद कौन बड़ा पैसा लगाने वाला है, जो वास्तव में शिक्षित है, जो दलितों के लिए भावना रखता है। योग्यता का मूल्यांकन सक्षम फिल्म निर्माताओं द्वारा किया जाता है न कि पैसा बनाने वालों द्वारा।’ आनंद कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘उन्हें कंगना से एक्टिंग की क्लास लेनी चाहिए।’
मयंक नाम के यूजर ने लिखा, ‘बहुत मुश्किल है अब मैडम को लेग पुलिंग से टाइम नहीं मिलता, भाई वह राजनीति में व्यस्त हैं अब आप उन्हें राजनीतिक दल के मंच पर देख सकते हैं, फैन फॉलोइंग तगड़ी है मैडम की… बॉलीवुड सेलेब्स के रूप में नहीं बल्कि राजनीतिक बहस करने वाली के रूप में।’ एक यूजर ने लिखा कि ‘अभिनय पर ध्यान दें… फालतू की बातों पर नहीं, तब शायद आपको अच्छा काम करने का मौका मिल सकता है।’
बता दें कि अभिनेत्री स्वरा भास्कर राजनीतिक विषयों पर टिप्पणी को लेकर अक्सर चर्चाओं में बनी रहती हैं। फिल्मों से ज्यादा स्वरा सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हैं। स्वरा भास्कर ने ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी का विरोध किया था। इसके अलावा मां काली पर शुरू हुए विवाद पर भी उन्होंने पोस्टर का समर्थन किया था, तब लोगों ने स्वरा भास्कर की आलोचना की थी।
