बॉलीवुड के मशहूर एक्टर सनी देओल ने अपनी फिल्मों और अपने अंदाज से हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान बनाई है। सनी देओल की तरह ही उनके बेटे करण देओल भी उनके नक्शे कदम पर चल रहे हैं। करण देओल ने फिल्म ‘पल पल दिल के पास’ से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था और हाल ही में फिल्म ‘वेल्ले’ में नजर आए। फिल्म के प्रमोशन के सिलसिले में करण देओल ने आरजे कन्नन को इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने अपने बचपन के कुछ शरारती किस्से भी साझा किये। करण देओल ने बताया कि कैसे वह स्कूल बंक करके फिल्म देखने गए थे और इस बात का पता उनके घर में चल गया था।
करण देओल ने किस्सा साझा करते हुए कहा, “मैंने स्कूल में एक बार क्लास बंक की थी। हमने इस तरह योजना बनाई थी कि जब गार्ड खाना खाने जाएंगे तो हम अपने नॉर्मल कपड़े पहन लेंगे और गेट से कूद जाएंगे। इसके बाद हम बरिस्टा जाएंगे, बैठेगें और दोस्तों के साथ चिल करेंगे। हम फिल्म भी देखने गए, लेकिन उस वक्त मेरे पास मम्मी का फोन आ गया।”
करण देओल ने किस्सा साझा करते हुए आगे कहा, “पहली बार में मैंने फोन काट दिया। लेकिन मां ने दोबारा फोन किया, जिससे मुझे समझ आ गया कि उन्हें पता चल गया है कि मैं स्कूल में नहीं हूं। ऐसे में मैं थिएटर से बाहर निकला और सीधा घर की ओर गया। वहां मैंने देखा कि पापा कॉरिडोर में खड़े हुए हैं। मुझे यह एहसास नहीं था कि पापा भी घर पर हैं।”
करण देओल ने इस बारे में बात करते हुए आगे कहा, “उसके बाद जो हुआ, वह एक अच्छा अनुभव नहीं था।” इससे इतर सनी देओल और करण देओल की बॉन्डिंग की बात करें तो इस बारे में खुद सनी देओल ने कहा था कि वह चाहकर भी एक-दूसरे के दोस्त नहीं बन सकते हैं। सनी देओल ने इस बात की वजह जाहिर करते हुए कहा था, “वह मुझसे अपने सीक्रेट शेयर करता है, लेकिन हमारे बीच एक दूरी मौजूद रहती है।”
सनी देओल ने इस बारे में बात करते हुए आगे कहा था, “आप इस चीज को मेरी ओर उसका सम्मान भी कह सकते हैं। खुद पापा (धर्मेंद्र) भी हमसे पूछते हैं कि आप लोग मुझसे बात क्यों नहीं करते हो। लेकिन जब भी हम साथ बैठते हैं, हम कुछ पलों के लिए ही बात करते हैं और फिर हमारे पात कहने के लिए कुछ नहीं होता।”