Sunny Deol:  अभिनेता से नेता बने सनी देओल अपने एक विवादित बयान की वजह से विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। पठानकोट रैली के दौरान सनी देओल (Sunny Deol) ने एक बयान दिया था जिसके बाद से एक्टर कॉन्ट्रोवर्सी से घिर गए हैं। सनी देओल ने कहा था- ‘राज्य सरकार के कर्मचारी लोगों को परेशान करते हैं और उनसे कहते हैं कि उन्होंने गलत व्यकि को चुना है। मैं किसी के बीच भी इंटरफेयर नहीं करता हूं लेकिन मैं विवादित झमेलों में पड़ता भी नहीं हूं। हां मगर हर कोई जानता है कि किसी को पीटने के मामले में मुझसे बेहतर कोई और नहीं हो सकता।’

रैली में सनी देओल के इस बयान पर बोहा के कांग्रेस एमएलए जोगिंदर पाल ने रिएक्ट किया है। उन्होंने कहा कि- इसके लिए पार्टी जिम्मेदारहै कि उन्होंने लीडर के तौर पर एक एक्टर को चुना। उन्होंने कहा- ‘इसमें सनी देओल की कोई गलती नहीं है। उन्हें राजनीति का कोई ज्ञान नहीं है। यह बीजेपी की गलती है, मैं नहीं जानता कि सनी देओल को ऐसी क्या मुसीबत आ गई थी कि उन्होंने पॉलिटिक्स जॉइन कर ली। वह आज भी वैसे ही नाचे जैसे फिल्मों में पहले नाचा करते थे।’

बताते चलें, कुछ वक्त पहले पठानकोट में सनी देओल के ‘मिसिंग’ पोस्टर दीवारों पर लाए गए थे। 13 जनवरी को पठानकोट के रेलवे स्टेशन के करीब दीवारों पर सनी देओल की तस्वीर पर ‘गुमशुदा’ लिखा दिखा था। साथ ही लिखा गया था एमपी सनी देओल की खोज। सनी देओल गुरुदासपुर लोकसभा सीट पंजाब से बीजेपी की टिकट पर जीते थे। उनका मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशी सुनील जखार से था। सनी देओल ने सुनील को 82,459 वोटों से हराया था।

सनी देओल ने कुछ वक्त पहले ही बेटे करण देओल को फिल्मी जगत में एंट्री दिलवाई है। करण देओल की पहली फिल्म पापा देओल ने ही डायरेक्ट की है। फिल्म का नाम था- पल पल दिल के पास। रोमांटिक फिल्म पलपल दिल के पास ने बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाई नहीं की थी।

हालांकि देओल परिवार को इस फिल्म से काफी उम्मीदें थीं। सनी देओल ने इस फिल्म के जरिए डायरेक्शन में हाथ आजमाजा। एक्टर,डायरेक्टर,प्रोड्यूसर सनी देओल पंजाब गुरदारपुर से मेंबर ऑफ पार्लियामेंट हैं। वह दो बार नेशनल फिल्म अवॉर्ड जीत चुके हैं और दो बार वह Filmfare भी अपने नाम कर चुके हैं।