उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में देश की सबसे बड़ी आबादी रहती है लेकिन बेरोजगारी दर सबसे कम है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार ने 4.5 लाख नौकरी दी है। आज तक के एक कार्यक्रम में बोलते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार ने महंगाई और कोविड के दौरान हुई मौतों पर भी अपनी सरकार का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि मार्च 2017 के बाद से एक भी व्यक्ति उत्तर प्रदेश में भूख से नहीं मरा। इसी बात को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है।
उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट में लिखा, ‘कभी कहते हैं बेरोजगारी नहीं है, कभी कहते हैं महंगाई नहीं है, कभी कहते हैं कोरोना से कोई नहीं मरा तो कभी कहते हैं आक्सीजन की कभी कोई कमी नहीं थी। भाजपा चोरी ही नहीं, सीनाजोरी भी करने पर उतारू है।’
सपा नेता के इस ट्वीट पर यूजर्स भी अपनी राय दे रहे हैं। अब्दुल्ला हसन नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘आखिरी वक्त चल रहा है सरकार का।’ दीपक सिंह नाम के एक यूजर लिखते हैं, ‘मुफ्त वैक्सीन भी एक झूठ है। जनता से पैसे लेकर वैक्सीन लगाई जा रही है।’ प्रद्युम्न यादव नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘69000 शिक्षक भर्ती में सभी पास अभ्यर्थियों को नौकरी देने का वादा करे समाजवादी पार्टी… सभी युवाओं की आशा आपसे है।’
कभी कहते हैं बेरोजगारी नहीं है, कभी कहते हैं महंगाई नहीं है, कभी कहते हैं कोरोना से कोई नहीं मरा तो कभी कहते हैं आक्सीजन की कभी कोई कमी नहीं थी।
भाजपा चोरी ही नहीं, सीनाजोरी भी करने पर उतारू है।
— I.P. Singh (@IPSinghSp) August 6, 2021
सुनील कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘जब विपक्ष के लोग दुःख दर्द और बेचैनी में आमजन, बहुजन, मध्यम वर्ग, छोटे व्यापारियों, मजदूरों, माताओं, किसानों, बेरोजगार युवाओं क़ी चौखट पर पहुंचकर उनके दुःख मे शामिल होते तब ये लोग ऐसे लंबा लंबा नहीं फेक पाते।’
बता दें, योगी आदित्यनाथ के महंगाई, बेरोजगारी, कोविड प्रबंधन को लेकर दिए बयान पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी निशाना साधा है। आज तक के कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि इस बार किसान, नौजवान सबने सरकार को हटाने की ठान ली है। अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार से पूछा कि कितने नौजवानों को लाठियां मारी, कितने को नौकरी दिया बीजेपी ने।
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने 70 लाख रोजगार देने का वादा किया था लेकिन 4 लाख रोजगार के पोस्टर लग रहे हैं, वो भी फर्जी हैं। अखिलेश यादव का कहना था कि सरकार ने रोजगार की कोई सूची नहीं दी है।