बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद को लेकर बीएमसी (BMC) ने हाईकोर्ट में कहा है कि वह आदतन कानून तोड़ने के आदी हैं। बीएमसी ने एक्टर पर आरोप लगाया था कि सोनू सूद ने 6 मंजिला अपने घर ‘शक्ति सागर’ बिल्डिंग को होटल में तब्दील किया था। ऐसे में सोनू सूद के खिलाफ नोटिस जारी किया गया था। अब बीएमसी ने बॉम्बे हाईकोर्ट में एफिडेविड दाखिल किया जिसमें कहा गया कि सोनू सूद ने जिस बिल्डिंग को होटल में बदलने का प्रयास किया है, वहां दो बार अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की गई थी। अपनी इस गलती को सोनू सूद छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।

बता दें, हाल ही में सोनू सूद ने शरद पवार से भी मुलाकात की है, जिसे बीएमसी के नोटिस मामले को लेकर की गई मीटिंग से जोड़कर देखा जा रहा है। सोनू की एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर सामने आई है जिसमें वह शरद पवार के साथ खड़े दिख रहे हैं।

बीएमसी द्वारा जारी किए गए नोटिस के खिलाफ सोनू सूद ने बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इसके बाद बीएमसी ने उनके नोटिस को लेकर हलफनामा दाखिल किया है। अब बुधवार को कोर्ट मामले में सुनवाई करेगी। बीएमसी के नोटिस में कहा गया था कि जुहू स्थित सोनू सूद की 6 मंजिला इमारत शख्ति सागर जो कि पॉश इलाके में स्थित है।

वहां बदलाव कर उसे कमर्शियल होटल बनाने का प्रयास किया गया। पिछले साल अक्तूबर महीने में सोनू सूद ने हाईकोर्ट में बीएमसी के नोटिस के खिलाफ याचिका दायर की थी। इस पर बीएमसी ने कहा- अपील करने वाले सोनू अनऑथराइज्ड कंस्ट्रक्शन कर फायदा उठाना चाहते थे। बीएमसी द्वारा कहा गया-इसके लिए उन्होंने किसी तरह की कोई परमिशन नहीं ली थी। बिना लाइसेंस डिपार्टमेंट की परमिशन के उन्होंने कंस्ट्रक्शन का काम शुरू करा दिया।

बीएमसी ने आगे कहा कि सोनू सूद अब अपने बचाव की कोशिश कर रहे हैं। पूरी रेजिडेंशियल बिल्डिंग का कमर्शियल इस्तेमाल हो रहा है, जो कि बिना लाइसेंस के चल रहा है। साल 2018 में सबसे पहले एक्शन लिया गया था। इसके बाद फिर से सोनू सूद ने कंस्ट्रक्शन के काम को जारी रखा। हालांकि उसी साल के नवंबर महीने में बीएमसी की तरफ से उस अवैध निर्माण पर बुल्डोजर भी चला था।