Sitaare Zameen Par Review: बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान इन दिनों अपनी फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ को लेकर चर्चा में बने हुए हैं और आज 20 जून को यह मूवी सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस मूवी में अभिनेता के साथ एक्ट्रेस जेनेलिया डिसूजा भी लीड रोल में नजर आएंगी। ‘सितारे जमीन पर’ के साथ एक्ट्रेस लंबे समय के बाद बड़े पर्दे पर वापसी की है। वहीं, आमिर भी ‘लाल सिंह चड्ढा’ के फ्लॉप होने के लगभग तीन साल बाद किसी मूवी में नजर आए हैं। ऐसे में यह मूवी उनके लिए काफी खास भी है।
फिल्म का निर्देशन आरएस प्रसन्ना ने किया है। बता दें कि इस मूवी की खास बात ये है कि इसमें आमिर खान और जेनेलिया के साथ 10 स्पेशल बच्चों को पहली बार बड़े पर्दे पर अभिनय करने का मौका मिला। फिल्म की कहानी की बात करें, तो ‘सितारे जमीन पर’ में एक्टर ने एक बास्केटबॉल कोच का रोल प्ले किया है, जिसकी लाइफ तब बदल जाती है जब उसे न्यूरोडाइवर्जेंट बच्चों के एक ग्रुप का कोच बनाया जाता है।
दिलचस्प बात यह है कि आमिर खान ने शुरू में इस प्रोजेक्ट को करने से इनकार कर दिया था। ‘लाल सिंह चड्ढा’ के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद, उन्होंने पारिवारिक जीवन पर फोकस करने के लिए ब्रेक लेने की योजना बनाई थी और सिर्फ अपने बैनर तले ही फिल्म का निर्माण करने का इरादा किया था, जिसमें लीड रोल में कोई दूसरा स्टार हो। हालांकि, पावरफुल और इमोशनल स्क्रिप्ट ने आखिरकार उन्हें कैमरे के सामने फिर से आने को मजबूर कर दिया। अब अगर आप आमिर की इस मूवी को थिएटर्स में देखने का प्लान बना रहे हैं, तो चलिए उससे पहले पढ़ लें इसका रिव्यू।
सलमान खान के बॉडीगार्ड ने आमिर के बेटे जुनैद को दिया धक्का, ऐसा था 'सिकंदर' का रिएक्शन
'सितारे जमीन पर' की कहानी अच्छी है। स्टार्स ने भी इसमें खूब मेहनत की और उनका अभिनय भी लोगों को पसंद आया, लेकिन कई जगहों पर यह फिल्म स्लो है।
'सितारे जमीन पर' की कहानी और अभिनय के साथ-साथ इसके डायलॉग्स भी दर्शकों को काफी पसंद आ रहे हैं। फिल्म में कई जगहों पर दमदार डायलॉग सुनने को मिले।
फिल्म 'सितारे जमीन पर' देखने के बाद हर तरफ आमिर के अभिनय की तारीफ हो रही है। वहीं, इसमें जिन स्पेशल बच्चों ने काम किया है, उनकी एक्टिंग भी लोगों का दिल रही है।
'सितारे जमीन पर' का क्लाइमैक्स इमोशनल करने वाला है। टीम जब टूर्नामेंट खेलती है, तो दर्शकों की आंखों में आंसू होते हैं। फिल्म का क्लाइमेक्स इमोशनल, लेकिन संतोषजनक है।
इंटरवल के बाद, गुलशन इन बच्चों के करीब आने लगता है। वो उन्हें अपने बच्चों की तरह ट्रीट करता है। सेकंड हाफ में फिल्म में कुछ बहुत ही प्यारे और भावुक सीन देखने को मिल रहे हैं। बच्चे गुलशन को समझाते हैं कि हमारे लिए ‘normal’ कुछ और होता है।”
आमिर खान के प्रोडक्शन हाउस में बनी फिल्म 'लापता लेडीज' में काम कर चुकीं नितांशी ने लिखा, "सितारे जमीन पर देखी, उम्मीद, दिल और इंसानियत से भरी एक फिल्म। जिसे खचाखच भरे थिएटर में देखा जाना चाहिए। ग्रुप हंसी, खामोश सिसकारियां और एक भावनात्मक रोलरकोस्टर की सवारी। यह कितना शाश्वत अनुस्मारक है कि दुनिया को अपेक्षाओं के बजाय सहानुभूति के साथ देखें। टीम के लिए बहुत सारा प्यार और सम्मान।"
'सितारे जमीन पर' की स्क्रीनिंग में हिमेश रेशमिया भी शामिल हुए थे। अब उन्होंने सोशल मीडिया पर फिल्म का रिव्यू शेयर किया है। सिंगर ने लिखा, "बहुत बढ़िया, बहुत पसंद आई, हर तार दिल को छूता है, बहुत मनोरंजक, जरूर देखें।"
'सितारे जमीन पर' के इंटरवल तक फिल्म में गुलशन के कठिन समय को फोकस किया गया है। एक तरफ उसका करियर जो उसे लगता है बर्बाद हो गया, दूसरी तरफ उसका टूटता परिवार, दोनों जगह वो परेशान रहता है।
फिल्म में देखने को मिला कि पहले गुलशन को लगता है कि बच्चों से कुछ नहीं हो पाएगा, लेकिन फिर जब वह धीरे-धीरे उनके साथ समय बिताता है, तो उसे एहसास होता है कि हर बच्चा खास है। सबका अपना एक नरनाम होता है। यहीं से अब उसकी सोच बदलने लगी।
फिल्म में मानसिक रूप से अलग बच्चों के लिए न्यूरोडाइवर्जेंट टर्म का यूज किया गया है। शुरू में आमिर यानी गुलशन को लगता है कि उसे फंसाया गया है, लेकिन धीरे-धीरे वो उन बच्चों के साथ समय बिताता है, तो उन्हें अच्छा लगने लगता है। यहां तक कि बच्चों के साथ रहकर उनका घमंड भी टूट रहा है।
'सितारे जमीन पर' में आमिर खान गुलशन के रोल में नजर आ रहे हैं। फिल्म की शुरुआत में दिखाया गया है कि वो एक गुस्सैल कोच है और एक दिन उनसे एक एक्सीडेंट हो जाता है, जिसके बाद कोर्ट उन्हें सजा देता है कि वो मानसिक रूप से अलग बच्चों को ट्रेनिंग देंगे।
निर्माता तनुज गर्ग ने एक्स पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि सितारे जमीन पर एक मधुर, उत्थानशील और अच्छे इरादे वाली फिल्म है, जिसमें आंसू और हंसी भरपूर है। यह अविश्वसनीय पारिवारिक फिल्म है और अंत में आपको एक गर्म, सुखद एहसास देती है।"
एक फैन ने एक्स हैंडल पर आमिर की तारीफ करते हुए लिखा, "डिस्लेक्सिया (TZP), किसान आत्महत्या (पीपली लाइव), 'तलाश' में सेक्स वर्करों के लिए सहानुभूति, महिला सशक्तीकरण (दंगल), इक्वलिटी (लापता) कोई अन्य अभिनेता ऐसी अपरंपरागत कहानियों को छूने की हिम्मत भी नहीं करेंगे। आमिर खान ने उन्हें ब्लॉकबस्टर में बदल दिया।"
एक्स हैंडल पर एक शख्स ने लिखा, "यह फिल्म सितारों से कही ज्यादा है। इसे 1, 2, 3, 4 या 5 स्टार से नहीं मापा जा सकता। उन खास बच्चों और आमिर खान की मेहनत, जज्बे का अंदाजा नहीं लगा सकते। ये फिल्म इमोशनल है, दमदार है और वाकई में खास है। 'सितारे जमीन पर' जरूर देखनी चाहिए, बस देखनी चाहिए।
इनके अलावा 'सितारे जमीन पर' की स्क्रीनिंग में रेखा, जावेद अख्तर, शबाना आजमी, विक्की कौशल, जीतेंद्र, तुषार कपूर, कृति खरबंदा, सनी कौशल, टाइगर श्रॉफ, टिस्का चोपड़ा और दर्शील सफारी भी नजर आए। वहीं, आमिर खान ने अपनी गर्लफ्रेंड गौरी और बेटे आजाद संग पोज दिए। उनकी बेटी आइरा भी अपने हसबैंड के साथ नजर आईं।
'सितारे जमीन पर' की स्क्रीनिंग में आमिर खान के भांजे अभिनेता इमरान खान भी दिखाई दिए। इस दौरान उनके साथ उनकी गर्लफ्रेंड लेखा वाशिंगटन भी नजर आईं। दोनों ने साथ में मिलकर पैप्स को पोज दिए।
'सितारे जमीन पर' की स्क्रीनिंग में शाहरुख खान भी शामिल हुए। उन्होंने आमिर के साथ पोज देने से पहले फिल्म की कलाकार वेदांत शर्मा, नमन मिसरा, आयुष भंसाली और अरुश दत्ता समेत कई अन्य से मुलाकात की। फिर मिस्टर परफेक्शनिस्ट संग पोज दिए।
आमिर खान की 'सितारे जमीन पर' की स्क्रीनिंग में सलमान खान भी शामिल हुए। थिएटर के बाहर दबंग खान ने आमिर के साथ पोज दिए। इसी दौरान भाईजान ने मजाक में कहा कि अभिनेता-फिल्म निर्माता ने उनके साथ 'सितारे जमीन पर' की स्क्रिप्ट शेयर की थी और वह फिल्म करने के लिए सहमत भी हो गए थे, लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि आमिर खुद इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। ऐसे में आमिर ने तुरंत चुटकी लेते हुए कहा, "ऐसा हो सकता है कि वह हां कहें और मैं बीच में आ जाऊं?
आमिर खान ने मुंबई में अपनी फिल्म 'सितारे जमीन पर' की खास स्क्रीनिंग का आयोजन किया, जिसमें बॉलीवुड स्टार्स और आमिर के फैमिली मेंबर के साथ-साथ फिल्म की कास्ट भी नजर आई।
आमिर खान ने अपनी फिल्म 'सितारे जमीन पर' के शो के लिए एक नया नियम बनाया है, जिसमें दिल्ली, मुंबई जैसी कई जगहों पर इसका पहला शो 11 बजे शुरू होगा। आमिर चाहते हैं कि दर्शक तारोताजा दिमाग से एकाग्र होकर फिल्म का लुत्फ उठाएं।