रोहित शेट्टी इन दिनों अपनी कॉप यूनिवर्स की फिल्म ‘सिंघम अगेन’ (Singham Again) को लेकर चर्चा में है। मूवी सिनेमाघरों में दिवाली के मौके पर दस्तक देने वाली है। ये एक मल्टीस्टारर फिल्म है। इसमें टाइगर श्रॉफ, दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह, अजय देवगन, अक्षय कुमार, अर्जुन कपूर और करीना कपूर जैसे सितारों ने अहम रोल प्ले किया है। इस समय फिल्म की कहानी की काफी चर्चा हो रही है। असल में सिंघम अगेन का जो ट्रेलर रिलीज किया गया है, उसमें कई हिस्से रामायण से भी प्रेरित दिखाई दे रहे हैं।

अब माना ये जा रहा है कि फिल्म में ‘रामायण’ का पार्ट दिखाना किसी रिस्क से कम नहीं है क्योंकि वहां सामाजिक जिम्मेदारी काफी बढ़ जाती है। ये लोगों के लिए काफी सेंटिमेंटल हो जाता है। छोटा सा विवाद भी पूरी फिल्म को बर्बाद कर सकता है, एक झटके में करोडो़ं का नुकसान हो सकता है। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि रोहित शेट्टी ने फिल्म की कहानी के साथ ऐसा रिस्क क्यों लिया, आखिर किस मजबूरी से उन्होंने इसे रामायण से जोड़ने की कोशिश की? यहां पर कुछ ऐसे प्वाइंट्स पर रोशनी डालते हैं, समझ आ जाएगा रोहित शेट्टी ने मास्टर स्ट्रोक चला है या उनसे ‘मास्टर ब्लंडर’ हो गया है-

‘आदिपुरुष’ की कॉन्ट्रोवर्सी

पिछले कुछ समय में सिनेमा जगत में देखने के लिए मिल रहा है कि फिल्मों में ‘रामायण’ का अंश दिखाना मेकर्स के लिए काफी भारी पड़ा है। पिछले साल ‘आदिपुरुष’ रिलीज हुई थी जिसे मेकर्स ने एनिमेशन के जरिए अलग दिखाने की कोशिश की। लेकिन मॉर्डन करने की चाह और जरूरत से ज्यादा वीएफएक्स ने मेकर्स की ही ‘लंका’ लगाने का काम किया। मेकर्स को तो लगातार सफाई देनी ही पड़ी, स्टारकास्ट की भी तगड़ी ट्रोलिंग हुई, कहना चाहिए फिल्म को ही बॉयकॉट कर दिया गया।

वहीं, ‘रामायण’ को लेकर लोग आज भी काफी गंभीर हैं। लोगों को आज भी रामानंद सागर की रामायण पसंद आती है ना कि एनिमेशन के जरिए परोसी गई बनावटी दुनिया। इसी बीच रोहित शेट्टी ने ‘सिंघम अगेन’ की कहानी को ‘रामायण’ से जोड़ा है, जिसमें राम से प्रेरित अजय देवगन दिखाई दे रहे हैं, सीता जैसी करीना कपूर हैं, लक्ष्मण से प्रेरित टाइगर श्रॉफ है। इसी तरह गरुण रूपी अक्षय कुमार और हनुमान रूपी रणवीर सिंह दिखाए गए हैं।

अब मेकर्स के साथ ही स्टार्स का भी दायित्व यहां बढ़ गया है। एक गलती और लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में देखना होगा कि रोहित शेट्टी अपनी फिल्म की कहानी को रामायण से कनेक्ट करने में कितना सफल हो पाते हैं और लोग उनके प्रयास को किस तरह से देखते हैं।

पीरियड ड्रामा फिल्मों पर विवाद

सिनेमा जगत में इतिहास गवाह रहा है कि जब भी कोई पीरियड ड्रामा फिल्म बनी है तो उस पर जमकर विवाद रहा है। इसमें चाहे बात ‘पद्मावत’ की करें या फिर ‘पानीपत’, ‘पृथ्वीराज’ की करें या ‘मणिकर्णिका’, ‘जोधा अकबर’ याद कर लें या फिर ‘बाजीराव मस्तानी’,हर फिल्म को लेकर बवाल रहा है, उसके इतिहास पर सवाल उठे हैं और मेकर्स को कई बार नुकसान भी उठाना पड़ा है।

वैसे यहां बात रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘गोलियों की रास लीला राम लीला’ की भी होनी चाहिए। यह फिल्म वैसे तो पीरियड ड्रामा फिल्म नहीं थी मगर इसके नाम में ‘रामलीला’ का जिक्र होना ही विवाद खड़ा करने के लिए काफी था। फिल्म का नाम पहले ‘रामलीला’ था, जिसे विवाद के बाद बदलना पड़ा था। इसके साथ ही ‘पद्मावत’ का नाम पहले ‘पद्मावती’ था, जिसे बदलना पड़ा था। इसमें एक सीन जौहर का था, जिस पर खूब कॉन्ट्रोवर्सी रही थी। ऐसे में मेकर्स के लिए कॉन्ट्रोवर्सी कई बार बुरा साबित हो जाती है। इसका खामियाजा फिल्मों के फ्लॉप से उठाना पड़ता है। एक फिल्म के बॉक्स ऑफिस सक्सेस के लिए माउथ पब्लिसिटी का भी अहम योगदान होता है। माउथ पब्लिसिटी, ट्रोलिंग और विवाद के चलते ही प्रभास की ‘आदिपुरुष’ फ्लॉप साबित हुई थी।

जबरदस्ती का तो नहीं ‘रामायण’ एंगल?

अब यह पूरी ‘राम कहानी’ बताने का मकसद ही यह है कि जब-जब ऐसे प्रयास किए गए हैं, यहां सक्सेस रेट कम रहता और विवाद-बवाल ज्यादा देखने को मिलता है। अब रोहित शेट्टी ने ‘सिंघम अगेन’ में ‘रामायण’ का एंगल डाला है, जिसके कुछ अंश कहानी के पैरलल दिखाए जाते हैं। अगर आपने ट्रेलर देखा हो तो इसमें आपने रामायण के कई सीन्स देखे होंगे। मेकर्स ने अपनी कहानी को सपोर्ट के लिए रामायण का सहारा लिया है और कहानी भी लगभग इसकी रिवील हो चुकी है। जबकि ऐसी कहानी को बिना रामायण के सहारे दिखाया जा सकता था।

ट्रेलर से इतना तो साफ हो चुका है कि मेकर्स दिखा रहे हैं कि अजय देवगन को अपनी पत्नी को बचाना है। अब बचाना है तो गुंडों से सामना होगा, सामना होगा तो एक्शन होगा, एक्शन होगा तो गाड़ियां उड़ेंगी, गाड़ियां उड़ेंगी यानी कि टिपिकल रोहित शेट्टी वाला एंटरटेनमेंट देखने को मिलेगा। अब यह कहानी अपने आप में पूरी दिखाई दे रही है, इसमें रामायण वाले एंगल की कोई स्कोप दिखाई नहीं पड़ती, कहना चाहिए जरूरत भी नहीं लगती। ये मेकर्स ने अपने लिए रिस्क क्रिएट कर दिया है। अगर फिल्म में कुछ भी गड़बड़ होती है तो इसका नेगेटिव इम्पेक्ट फिल्म पर देखने के लिए मिलेगा क्योंकि धार्मिक चीजों पर लोग सिर्फ सेंटिमेंटल नहीं होते हैं, बल्कि कहना चाहिए जरूरत से ज्यादा जागरूक भी बन जाते हैं।

रोहित शेट्टी की यूएसपी एक्शन मसाला

वैसे अगर रोहित शेट्टी के करियर को भी देखा जाए, तब भी ऐसा ही लगाता है कि उन्होंने एक फिजूल का रिस्क ले लिया है। रोहित शेट्टी की फिल्में अभी तक एक्शन मसाला वाली रही हैं। उनकी यूएसपी ही एक्शन एंटरटेनर रही है। ऐसे में सिंघम अगेन के जरिए तो उन्होंने एक बड़ा एक्सपेरिमेंट करने की कोशिश की है। अपनी फिल्म को थोड़ा गंभीर दिखाने के लिए उन्होंने रामायण का सहारा ले लिया है। लेकिन जरूरी कि फैन्स भी उन्हें इसी अंदाज में देखना चाहते हों।

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समझने वाली बात तो यह भी है कि एक्शन फिल्मों में एक तरह की भाषा का इस्तेमाल होता है, वहां पर अगर रामायण जैसे एंगल को जोड़ा जाएगा, कुछ सीमाएं फिर लांगी नहीं जा सकती। कहना चाहिए मेकर्स लक्ष्मण रेखा का पालन करना पड़ता है। एक तरफ एक्शन फिल्मों में फुल ऑन मस्ती और ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें कई बार तो गाली देखने के लिए मिलती है। लेकिन, रामायण जैसे कॉन्टेंट को दिखाने के लिए एक सहज और सरल भाषा का इस्तेमाल किया जाता है, जो लोगों को धर्म से कनेक्ट करती है। ऐसे में रामायण का जबरदस्ती वाला एंगल रोहित शेट्टी की सिंघम अगेन के लिए नुकसान का सौदा साबित हो सकता है।

आपको बता दें कि ‘सिंघम अगेन’ का हॉरर कॉमेडी फिल्म ‘भूल भुलैया 3’ के साथ क्लैश है। ऐसे में कार्तिक आर्यन की इस फिल्म की एडवांस बुकिंग शुरू हो गई है। ऐसे में फिल्म एडवांस बुकिंग की कमाई जानने के लिए यहां क्लिक करें।