‘शार्क टैंक इंडिया’ के पांचवें सीजन के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं। सोनी ने एक टीज़र के साथ इसकी घोषणा की है। जैसे ही शो का टीजर जारी हुआ, तुरंत ही लोगों ने कुछ ऐसा नोटिस किया, जिसकी अब चर्चा हो रही है। दरअसल ‘शार्क टैंक इंडिया’ के वीडियो में 70 घंटे के वर्क कल्चर का जिक्र है, जो साफ तौर पर इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति पर तंज माना जा रहा है।  

बता दें कि नारायण मूर्ति ने कुछ महीने पहले कहा था कि वे ‘वर्क बैलेंस मैनेजमेंट’ के विचार में विश्वास नहीं करते हैं, और कहा कि जब भारत ने 6 वर्किंग डेज वीक से दूरी बना ली, तो वे निराश थे। अपने रुख को दोहराते हुए, उन्होंने पिछले साल CNBC-TV18 ग्लोबल लीडरशिप समिट में कहा, “मुझे खेद है, मैंने अपना दृष्टिकोण नहीं बदला है। मैं इसे अपने साथ कब्र तक ले जाऊंगा।”

  • अब शार्क टैंक इंडिया के वीडियो में किया गया कटाक्ष

घोषणा वीडियो में कई काल्पनिक सीईओ अपने कर्मचारियों द्वारा नौकरी छोड़कर अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने की शिकायत करते हुए दिखाई देते हैं। उनमें से एक शिकायत करता है कि अब वो गोल्फ नहीं खेल सकता क्योंकि उसका कर्मचारी उसका बैग उठाने के लिए नहीं है। दूसरे की शिकायत है कि उसे काम पर जाने के लिए ‘शेयरिंग’ राइड लेनी पड़ती है, लेकिन हेलीकॉप्टर में। ट्रेलर में अमीर सीईओ पर उंगली उठाई गई है जो अपने लालच के कारण कर्मचारियों का शोषण करते हैं। एक वॉयस ओवर ने संभावित उम्मीदवारों से व्यंग्यात्मक रूप से आग्रह किया कि वे अपनी नौकरी न छोड़कर और अपना खुद का बिजनेस शुरू न करके अपने अमीर कर्मचारियों को और भी अमीर बनाते रहें।

साथ में ये कहते हुए सुनाई देता है, “आप (अपने बॉस की) ज़िंदगी बदल सकते हैं। इसलिए, कृपया ओवरटाइम काम करें। अपने निजी जीवन, अपने शौक और अपने स्टार्ट-अप सपनों का त्याग करें। अपने बॉस के लिए 70 घंटे काम करें, कम से कम तब तक जब तक AI आपकी जगह न ले ले। काम करते रहें, ताकि आपके करोड़पति बॉस अरबपति बन जाएं। अपने बॉस को बचाएं, ‘शार्क टैंक इंडिया’ में अप्लाई न करें।” इसके साथ बैकग्राउंड में काम से थके हुए कर्मचारियों के कब्र से लॉग इन करने के सीन चल रहे थे, जबकि सीईओ एक शिप पर पार्टी कर रहे हैं।