बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान ने चार सालों तक बड़े पर्दे से दूरी बनाए रखी। किंग खान साल 2018 में फिल्म ‘जीरो’ के फ्लॉप होने के बाद फिल्मों से दूर रहे और 2023 में उन्होंने ‘पठान’ के साथ धमाकेदार कमबैक किया। एक्टर ने बताया है कि वह चार सालों तक क्यों गायब थे और इस बीच उन्होंने क्या किया?

जर्नलिस्ट रिचर्ड क्वेस्ट के साथ इंटरव्यू में शाहरुख खान ने उस वक्त के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने माना कि वह अपने जख्मों को ठीक करने की कोशिश कर रहे थे। लगातार कई बड़े बजट की फ्लॉप फिल्मों के बाद उन्होंने कसम खा ली ती कि अब वह आउटपुट के साथ लापरवाही नहीं करेंगे। 2010 के दशक में, शाहरुख ने ‘जब हैरी मेट सेजल’, ‘फैन’, ‘रा.वन’, ‘रईस’ और ‘जीरो’ जैसी हाई-प्रोफाइल असफल फिल्में की थी, जो फ्लॉप रहीं और इसके बाद, वह 2019 और 2023 के बीच गायब हो गए।
 

पिज्जा बनाना सीखा

अब किंग खान ने इसपर बताया कि लगभग चाल सालों तक वह अपने घाव को भरने की कोशिश कर रहे थे और अपने लिए बुरा महसूस कर रहे थे। एक्टर ने कहा,”मेरी बहुत बड़ी फ्लॉप फिल्में रहीं और जिन्होंने बहुत खराब प्रदर्शन किया। मैं अपने घाव भरने की कोशिश कर रहा था,लेकिन आप जानते हैं कि मैंने क्या किया? मैंने दुनिया का सबसे अच्छा पिज्जा बनाना सीखा।”

एक्टर ने बताया कि उनके परिवार ने उन्हें काम पर लौटने के लिए प्रोत्साहित किया। किंग खान से पूछा गया कि क्या दोबारा वापसी करना उनके लिए मुश्किल था? इसपर उन्होंने कहा,मैं खुश हूं कि मेरे परिवार ने ये नहीं कहा कि आपका पिज्जा आपकी फिल्मों से अच्छा है, फिल्में बनाना बंद करो। उन्होंने कहा जितना अच्छा आपका पिज्जा है, उतनी ही अच्छी आपकी फिल्में भी हैं।”

किंग खान ने आगे कहा,”वे बहुत प्रोत्साहित कर रहे थे, खासकर मेरे बच्चों और मेरी टीम का मैं आभारी बन गया हूं। मैं बहुत इनोवेटिव बनने लगा था। मैं  तलाश में था और मैं असफल होने लगा। मुझे बेस्ट होने की जरूरत थी, मुझे यूनिक बनना था, लेकिन मुझे यह देखने की जरूरत थी कि दर्शक क्या चाहते हैं।”

दर्शकों की डिमांड नहीं समझ रहे थे शाहरुख

शाहरुख खान ने माना कि वह नहीं समझ रहे थे कि दर्शक क्या चाहते हैं। उन्होंने कहा,”मैं वहां जाता था जहां हजारों-लाखों लोग मेरी ओर हाथ हिला रहे होते थे, लेकिन मैं वह नहीं सुन पाता था या महसूस नहीं कर पाता था जो वे मुझसे देखना चाहते थे। इसलिए मैं गया और एक मानसिक रूप से विकलांग व्यक्ति के बारे में एक फिल्म की, मैंने एक मैनिक, मनोरोगी प्रशंसक के बारे में एक फिल्म की, लेकिन नहीं, लोग मुझे सिर्फ आशा, खुशी और प्यार देते हुए देखना पसंद करते हैं, तो चलिए वापस वही करते हैं।”