एक्टर शाहिद कपूर स्क्रीन लाइव (Screen LIVE) के नए सेशन का हिस्सा होने वाले हैं। जिसमें वो ऑडियंस के साथ ढेर सारी बातें और अपनी आने वाली फिल्म ‘देवा’ से जुड़े किस्से शेयर करेंगे। मगर हाल ही में उन्होंने राज शमानी के साथ उनके यूट्यूब चैनल पर अपनी लाइफ को लेकर दिल खोलकर बातें की। उन्होंने बताया कि स्ट्रगल के दिनों में उनके पास कपड़े खरीदने के पैसे भी नहीं हुआ करते थे। इसके साथ ही कहा कि क्योंकि उनके पिता पंकज कपूर साथ नहीं रहते थे, इसके लिए स्कूल में बच्चे उन्हें खूब परेशान किया करते थे।
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शाहिद कपूर को उनकी मां नीलिमा अज़ीम ने अकेले बड़ा किया है। उनके पिता एक्टर पंकज कपूर दूसरी शादी कर चुके थे और अपने नए परिवार के साथ रहा करते थे। शाहिद कपूर के पिता पंकज कपूर 1980 के समय में इंडस्ट्री के जाने-माने एक्टर रहे है। मगर बावजूद इसके शाहिद एक आलीशान जिंदगी नहीं जी पाए। एक्टर ने बताया कि उनके माता-पिता साथ नहीं रहते थे और जब भी वो अपने पिता से मिलते थे तो उन्हें खालीपन का एहसास होता था। शाहिद कपूर ने बताया कि वो 3 साल के थे जब उनके पेरेंट्स अलग हो गए थे।
शाहिद अपनी मां नीलिमा अज़ीम के साथ रहते थे, जो एक कथक डांसर थीं। शाहिद ने इसके बारे में बात करते हुए कहा, “मेरे पिता एक कैरेक्टर एक्टर हैं और मेरी मां 15 साल की उम्र से कथक डांसर थीं। मैं किराये के मकानों में रहा हूं। मैंने कई ऑडिशन दिए हैं इसलिए मुझमें कभी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि मैं खास हूं या मेरे पास को विशेष अधिकार है।”
शाहिद ने किया बहुत स्ट्रगल
शाहिद ने बताया कि उन्होंने जिंदगी में खुद को बहुत बार हालातों के सामने बहुत बेबस पाया है। वह लंबे दौर तक परिस्थितियों के साथ लड़ते आए हैं। शाहिद ने कहा, “कुछ लोग बीएमडब्ल्यू में स्ट्रगल करते हैं, वे देश के टॉप दो-तीन निदेशकों के साथ काम करके अपनी जर्नी शुरू करते हैं। मैं 250 ऑडिशन देकर आया हूं।”
कपड़े खरीदने के नहीं थे पैसे
शाहिद ने उस वक्त को याद किया जब वो पैसों के लिए परेशान रहा करते थे। शाहबिद ने कहा, “आज लोग कहते हैं कि शाहिद का फैशन सेंस बहुत अच्छा है और कभी-कभी मुझे ऐसी बातों पर हंसी आती है, क्योंकि मुझे याद है कि एक समय मेरे पास लोखंडवाला में कपड़े खरीदने के लिए पैसे नहीं थे।”
बचपन में ही अलग हो गए थे शाहिद के पेरेंट्स
शाहिद ने कहा, “मैं ऐसे परिवार से आता हूं, जहां तीन साल की उम्र से ही पेरेंट्स साथ नहीं थे। मैं अपनी मां के साथ बहुत ज्यादा रहा हूं। मैं साल में एक बार ही पिता से मिलता था। तो मेरे जीवन में आदमी की मौजूदगी बहुत कम रही है।” शाहिद ने कहा, “पेरेंट्स दो पैरों की तरह होते हैं, अगर उनमें से एक नहीं है तो आप बैलेंस महसूस नहीं कर पाते हो, क्योंकि एक पैर नहीं है।” शाहिद ने कहा कि यह जिस तरह से दुनिया बनी है, उसमें माता-पिता दोनों की भूमिका होती है।
बच्चे करते थे खिंचाई
शाहिद ने बताया कि स्कूल में बच्चे उन्हें बहुत परेशान किया करते थे। शाहिद ने कहा, “बच्चे बहुत मतलबी होते हैं। जब आपके माता-पिता नहीं होते हैं, तो वो आपको इसके बारे में बुरा महसूस कराते हैं। स्कूल में बाकी बच्चों ने मुझे ऐसा ही महसूस कराया। वो बच्चे नहीं जानते कि वे क्या कर रहे हैं। मगर ऐसा लगता है कि मेरी जिंदगी खत्म हो रही है।”
बता दें कि शाहिद कपूर इस वक्त अपनी आने वाली फिल्म ‘देवा’ को लेकर चर्चा में हैं और इस फिल्म का जोर-शोर से प्रमोशन कर रहे हैं। इसमें उनके साथ पूजा हेगड़े लीड रोल में हैं। ये एक एक्शन फिल्म है जो 31 जनवरी को थिएटर में रिलीज हो रही है। फिल्म के बारे में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…