बॉलीवुड के किंग यानी शाहरुख खान ने अपनी फिल्मों और अपने अंदाज से लोगों का खूब दिल जीता है। फिल्म ‘दीवाना’ से हिंदी सिनेमा में कदम रखने वाले शाहरुख खान ने हिंदी सिनेमा में अपनी पहचान ‘रोमांस के बादशाह’ और ‘किंग खान’ के रूप में बनाई। यूं तो एक्टर को उनके काम के लिए काफी लोकप्रियता मिली, लेकिन वह यह नहीं चाहते थे कि उनकी इस लोकप्रियता और फेम का बुरा असर उनके बच्चों पर पड़े। इतना ही नहीं, ‘कॉफी विद करण’ में शाहरुख खान ने यह तक कहा था कि मेरा नाम मेरे बच्चों की जिंदगी खराब कर सकता है।

शाहरुख खान ने इंटरव्यू के दौरान अपना सबसे बड़ा डर भी बताया था। एक्टर ने कहा था, “जिंदगी में एक बच्चे को लाने का फैसला करना अपने दिल के एक टुकड़े को शरीर के बाहर निकालने जैसा है। मैं अपने रिश्तों की तुलना लोगों से कुछ इसी तरह से करता हूं। अगर मेरा बहुत ही नजदीकी दोस्त खड़ा हो और कोई तेज रफ्तार कार उसकी ओर बढ़ रही हो तो मैं कूदकर उसे रास्ते से हटा दूंगा।”

शाहरुख खान ने इस सिलसिले में आगे कहा, “मानो अगर मेरी पत्नी और मेरी बहन एक तेज रफ्तार कार के सामने खड़ी है तो मैं 100 प्रतिशत उन लोगों को खींच लूंगा और इस प्रक्रिया में खुद को नुकसान पहुंचने दूंगा। अगर कोई तेज रफ्तार कार मेरे बच्चों की ओर बढ़ रही है तो मैं उस कार के सामने खड़ा हो जाऊंगा और जाहिर है कि उसे रोकूंगा भी।”

शाहरुख खान ने अपने डर के बारे में बात करते हुए कहा था, “मेरा सबसे बड़ा डर मेरे फेम का उनपर प्रभाव है। मैं आशा करता हूं कि वे लोग मेरी परछाई से बाहर जी सकें, कम से कम मैं तो यही चाहता हूं। मेरा नाम मेरे बच्चों की जिंदगी खराब कर सकता है और मैं नहीं चाहता कि ऐसा कुछ हो। जब बात बच्चों की आती है तो हर कोई जिंदगी में पीछे हो जाता है।”

बता दें कि शाहरुख खान अपने बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद से काफी चर्चा में आ गए हैं। दरअसल, आर्यन खान को बीते 2 अक्टूबर की रात एनसीबी द्वारा क्रूज पर चल रही पार्टी से गिरफ्तार किया गया था। ऐसे में किंग खान बीते गुरुवार को बेटे से मिलने के लिए आर्थर रोड जेल भी पहुंचे थे। मुलाकात के बाद एनसीबी की टीम भी शाहरुख खान के घर पहुंची थी।