Sanjay Leela Bhansali Career: हिंदी सिनेमा जगत में अगर किसी की फिल्म में भव्य सेट और चमक धमक देखने के लिए मिलती है तो वो हैं संजय लीला भंसाली। संजय लीला भंसाली फिल्मों में भव्यात्मकता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपने करियर में कई हिट और ऐतिहासिक फिल्में दी हैं, जिसकी कहानी की चर्चा तो रही साथ ही इसकी भव्यता की भी खूब चर्चा रही है। इसमें ‘देवदास’ से लेकर ‘गोलियों की रासलीला राम-लीला’, ‘गंगुबाई काठियावाड़ी’ और ‘कलंक’ जैसी फिल्मों के नाम शामिल हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं संजय लीला भंसाली खुद को शापित मानते हैं? साथ उन्होंने अपने पुराने दिनों को याद कर ये भी बताया था कि उनकी मां छोटी जगह पर नाचती थीं। चलिए उनके बर्थडे के मौके पर आपको उनके इस बयान के बारे में बताते हैं।
चलिए बताते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा और किसे लेकर बात की।
दरअसल, संजय लीला भंसाली ने हाल ही में द हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने अपने बचपन की परेशानियों के बारे में बात की। उन्होंने इस बातचीत में बताया कि कैसे उनकी बेरंग जिंदगी ने पर्दे पर उनकी फिल्मों में रंग भर दिया। अब उनकी हीरोइनों के लिए बड़ा और महंगा सेट होता है। डायरेक्टर ने इस बातचीत में कहा कि हर आर्टिस्ट को अपमानित होना पड़ता है। उनका मानना है कि अगर मजाक ना उड़ाया जाए या किसी के साथ सही-गलत हुआ हो तो उसे लेकर उसके अंदर गुस्सा ना आए तो एक्सप्रेस करना नहीं आएगा। उसके पास कहने के लिए कुछ नहीं होगा।
संजय लीला भंसाली का मानना है कि एक्सप्रेशन गुस्से से आता है। वो खुद को खुश किस्मत मानते हैं कि कष्ट में पैदा हुए। खुदकिस्मत मानते हैं कि 300 स्क्वायर फीट के चॉल में पैदा हुए। वो लकी मानते हैं कि उनका जन्म ऐसे पिता के यहां हुआ, जो पीछे अधूरे सपने छोड़ गए। डायरेक्टर का मानना है कि उन्हें इससे इतना धैर्य मिला है, जितना किसी फिल्ममेकर को नहीं मिला।
खुद को बताया ‘शापित’ और ‘खुशकिस्मत’
इतना ही नहीं, संजय लीला भंसाली आगे कहते हैं कि लोगों को समझना पड़ेगा कि वो बहुत ही शापित और खुदकिस्मत हैं कि उन्हें लाइफ में प्यार और नफरत दोनों ही मिली है। वो खुद को सफल और असफल भी बताते हैं। इसे लेकर वो मानते हैं कि ये वही विरोधाभास है, जिसकी वजह से वो हमेशा ऐसे ही रहेंगे।
मेरी मां छोटी जगह पर नाचती थीं- संजय लीला भंसाली
संजय लीला भंसाली आगे पुराने दिनों को याद करते हुए मां को लेकर कहते हैं कि उनकी मां डांसर थीं और वो छोटी सी जगह पर परफॉर्म करती थीं। क्योंकि वो चॉल में रहते थे। इसकी वजह से आज डायरेक्टर की हीरोइनें महंगे सेट पर नाचती हैं। उनका मानना है कि उन्होंने अपनी जिंदगी में जो ट्रॉमा झेला है उसकी वजह से उनकी फिल्ममेकिंग रिच हो गई है और खुद को एक सेंसिबल इंसान के रूप में देखते हैं।