महाराष्ट्र राजनीतिक संकट मामले में 11 मई को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है। कोर्ट ने शिंदे की सरकार को बड़ी राहत देते हुए कहा है कि विधायकों की अयोग्यता पर फैसला हम नहीं लेंगे। अब इसे लेकर कांग्रेस नेता ने शिंदे को लेकर कटाक्ष किया तो फिल्ममेकर और भाजपा सपोर्टर अशोक पंडित ने उन्हें घेर लिया।
कांग्रेस नेता संजय झा ने अपने ट्विटर पर लिखा था,”क्या मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कृपया राजनीतिक नैतिकता के एक अंश को बनाए रखने के लिए तत्काल इस्तीफा दे देंगे? बीजेपी, एकनाथ शिंदे, भारत आपको देख रहा है।” इस ट्वीट को शेयर करते हुए अशोक पंडित ने लिखा,”जा सो जा बेटा तुझे नींद आ रही है।”
अशोक पंडित के इस ट्वीट पर यूजर्स ने उनकी खिंचाई की है। अजय नाम यूजर ने लिखा,”सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पंडित सदमे में है। आप की सेहत की भगवान से प्रार्थना करता हूं अच्छी रहे और सोचने समझने की शक्ति दे।” राज वर्मा ने लिखा,”बड़े-बड़े लोग तो कांग्रेस आने पर बच भी जाएगी आपका क्या होगा?” द नेशनलिस्ट नाम के हैंडल से लिखा,”किसी ने मुझे बताया कि आप फिल्ममेकर हैं। एक क्रिएटिव इंसान और ऐसी भाषा? गजब है।”
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने राजनीतिक दल द्वारा नियुक्त व्हिप को मान्यता देने की बात कही। उन्होंने कहा कि साल 21 जून, 2022 को जो शिवसेना विधायक दल ने मीटिंग कर फैसला लिया वह गलत था। शिंदे गुट द्वारा नियुक्त व्हिप भरतशेट गोगावले को मान्यता नहीं देनी चाहिए थी। कोर्ट ने कहा कि स्पीकर विधायकों की अयोग्यता के मामले का निपटारा करें और इसके लिए उन्हें एक निर्धारित समय दिया गया है।
क्या बोले सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़?
चीफ जस्टिस सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ का कहना है किगवर्नर के समक्ष ऐसा कोई दस्तावेज नहीं था, जिसमें कहा गया हो कि बागी विधायक सरकार से अपना समर्थन वापस लेना चाहते हैं। केवल सरकार के कुछ फैसलों में मतभेद था। गवर्नर के पास केवल एक पत्र था, जिसमें दावा किया गया था कि उद्धव सरकार के पास पूरे नंबर नहीं हैं। फ्लोर टेस्ट को किसी राजनीतिक दल के अंदरूनी विवाद या मतभेद को हल करने के लिए एक माध्यम के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। न तो संविधान और न ही कानून राज्यपाल को राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश करने और अंत: पार्टी विवादों में भूमिका निभाने का अधिकार देता है।”