बॉलीवुड के कई अवार्ड शोज़ अक्सर विवादों में रहते हैं। आमिर खान, मनोज वाजपेयी, विजय राज जैसे कई सितारे तो इन अवार्ड्स की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते आए हैं। आमिर तो पिछले कई सालों से इन अवार्ड्स फंक्शन का हिस्सा भी नहीं रहे हैं। पिछले कुछ सालों में ऐसा कई बार देखने को मिला है कि डिजर्विंग एक्टर की जगह कोई दूसरा एक्टर इन अवार्ड्स को जीत ले जाता है। शायद यही कारण है कि ‘अटेन्डेन्स अवार्ड्स’ जैसे कई कॉन्सेप्ट्स के चलते इन शोज़ की तीखी आलोचना भी होती है। ‘कांटे’, ‘मुसाफिर’ और ‘हासिल’ जैसी फिल्में बनाने वाले और संजय दत्त के करीबी दोस्त संजय गुप्ता ने हाल ही में बॉलीवुड अवार्ड्स को लेकर एक ट्वीट किया है। उन्होंने इस ट्वीट में लिखा कि ‘मैं विदेशों में होने वाले अवार्ड शोज़ को देखकर बेहद शर्मिंदा महसूस करता हूं। क्या हम इसी तरह से अपने आपको पूरी दुनिया के सामने पेश कर रहे हैं?’ माना जा रहा है कि संजय गुप्ता ने आइफा अवार्ड्स 2018 को लेकर ये ट्वीट किया है।
I feel embarrassed just watching our award shows held abroad.
Is this how we present ourselves to the world?— Sanjay Gupta (@_SanjayGupta) July 29, 2018
इससे पहले दो साल पहले भी संजय गुप्ता ने अवार्ड्स शो को लेकर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि बॉलीवुड अवार्ड शोज़ टीआरपी आधारित होते हैं। फिल्म के निर्माण में जो वास्तविक मेहनत लगती है, उस पर कोई ध्यान नहीं देता। अवार्ड शोज़ कहीं न कहीं सच्ची प्रतिभा का अपमान करते हैं। फिल्म हासिल के निर्देशक ने उस दौरान कहा था कि तकनीकी पुरस्कार विजेताओं को तो बोलने का मौका नहीं दिया जाता। उन्होंने अजय देवगन, अक्षय कुमार और आमिर खान की तारीफ करते हुए कहा था कि ये लोग असली हीरो हैं क्योंकि ये लोग बॉलीवुड के अवार्ड शोज़ के पाखंड से दूर रहते हैं। गौरतलब है कि पिछले साल इस अवार्ड शो को अटेंड करने वाले एक भारतीय ने भी अवार्ड शो को फ्रॉड और शो के खराब मैनेजमेंट की आलोचना की थी। न्यूजर्सी में रहने वाले डॉ संजय गुप्ता ने फेसबुक पर एक लंबे पोस्ट के माध्यम से आइफा की फ्रॉड मार्केटिंग टेक्नीक पर प्रहार किया था।