ईज ऑफ डुइंग बिजनेस रैंकिंग में भारत तेजी से तरक्की कर रहा है। 2014 से 2019 के दौरान ईज ऑफ डुइंग बिजनेस में भारत की रैंकिंग 130 से 63 पर पहुंच चुकी है। इस मामले को लेकर हाल ही में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा भी ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने मोदी सरकार को बधाई देते हुए कहा कि यह मोदी सरकार द्वारा किया गया सुधार है। लेकिन अपने इस ट्वीट को लेकर संबित पात्रा ट्रोल्स के निशाने पर आ गए।

संबित पात्रा ने अपने ट्वीट में ‘ईज ऑफ डुइंग बिजनेस’ की रैंकिंग के बारे में बात करते हुए कहा, “ईज ऑफ डुइंग बिजनेस रैंकिंग में भारत 2014 से 2019 के दौरान 79 पॉजिशन की छलांग लगाकर अब 63वें रैंक पर पहुंच गया है। यह उछाल मोदी सरकार द्वारा लाए गए कई सुधारों के कारण है।”

संबित पात्रा ने अपने एक ट्वीट में लिखा, “भारत के निजी क्षेत्र ने अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में अहम भूमिका अदा की है। मोदी सरकार ने ही निजी क्षेत्र के महत्व को उजागर किया, साथ ही बहु-क्षेत्रीय विकास के लिए एक अनुकूल वातावरण भी तैयार किया।”

‘ईज ऑफ डुइंग बिजनेस’ से जुड़ा संबित पात्रा का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है, साथ ही सोशल मीडिया यूजर भी इसपर जमकर कमेंट कर रहे हैं। प्रकाश नाम के एक यूजर ने लिखा, “भारत की पर केपिटा इनकम बांग्लादेश और केन्या से पहली बार कम हो गई है। भारत की जीडीपी भी 1979-80 के बाद पहली बार सिकुड़ गई है। वाह मोदी जी वाह।”

एपी सिंह नाम के एक यूजर ने संबित पात्रा के ट्वीट पर कमेंट करते हुए लिखा, “हमें ईज ऑफ डुइंग की कोई जरूरत नहीं है। हमने मोदी जी और उनकी योजना पर आत्मनिर्भर भारत के लिए भरोसा किया। लेकिन समझ नहीं आ रहा है, शुरू कहां से करें। छह महीने से नौकरी ही नहीं है।” सौरभ नाम के यूजर ने लिखा, “भारत पर केपिटा इनकम के मामले में बांग्लादेश से भी पिछड़ चुका है।”

संबित पात्रा के ट्वीट पर आए कमेंट यहीं नहीं रुके। कमल नाम के एक यूजर ने लिखा, “लेकिन बिजनेस है कहां? अगर बिजनेस में इतना ही उछाल है तो अर्थव्यवस्था -7% पर क्यों सिकुड़ गई। अगर यहां कोई बिजनेस नहीं है तो ईज ऑफ डुइंग बिजनेस का भी कोई फायदा नहीं है।” रीता नाम के एक यूजर ने लिखा, “बांग्लादेश और नेपाल भी अब भारत को पीछे छोड़ रहे हैं। आप इस बारे में क्या कहना चाहेंगे।”