दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदेश में वैक्सीन की किल्लत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा है। बुधवार को एक डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र ने सभी राज्यों से कह दिया है कि अपना इंतजाम खुद कर लो। उन्होंने सवाल पूछा कि कल को पाकिस्तान भारत से युद्ध कर दे तो ये नहीं कहेंगे कि सारे राज्य अपना देख लें? यह मुद्दा टीवी डिबेट्स पर जमकर उछला जहां बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर हमला बोला।

कोविड के मुद्दे पर न्यूज 18 के डिबेट शो, ‘आर पार’ में आप नेता कुलदीप कुमार ने यूपी की बीजेपी सरकार को निशाने पर लिया और कहा कि जो पार्टी खुद को हिंदुओं की रक्षक कहती है वो कोविड से मरने वाले लोगों का हिंदू धर्म के अनुसार दाह-संस्कार भी नहीं करवा पा रही। शो के एंकर अमीश देवगन ने उनसे पूछा कि आम आदमी पार्टी कोविड संक्रमित मृतकों को जलाने के लिए लकड़ियां बांट रही है लेकिन पोस्टर बैनर लगाकर, ये राजनीति नहीं है?

जवाब में कुलदीप कुमार ने कहा, ‘मैं आपसे कहना चाहता हूं कि जो लोग मां गंगा का नाम लेकर आए थे, जो लोग उत्तर प्रदेश में अपने आप को सन्यासी बताते हैं, जो लोग खुद को हिंदुओं का रक्षक बताते हैं अगर वो लोग गंगा के किनारे दफनाई जा रही लाशों को लकड़ी तक मुहैया नहीं करा पा रहे, ऐसी सरकार को सत्ता में रखने का एक मिनट भी अधिकार नहीं है।’

 

 

उन्होंने आगे कहा, ‘आप न तो उन्हें ऑक्सीजन दे पाओगे, न बेड दे पाओगे और जब उनकी मृत्यु हो जाएगी तो कफन भी नहीं दे पाओगे, लकड़ी भी नहीं दे पाओगे। लेकिन जो लोग उनकी मदद करेंगे आप उन पर मुकदमे दर्ज़ करने का काम करोगे। आज ऐसी सरकार पूरे उत्तर प्रदेश में चल रही है जो अपने आप को हिंदू धर्म का रक्षक कहती है और वो सरकार कैसी सरकार है जो हिंदू धर्म के अनुसार मृतकों का दाह संस्कार भी नहीं कर पा रही।’

 

कुलदीप कुमार यहीं नहीं रुके बल्कि आगे बोले, ‘उत्तर प्रदेश के लोगों को यह बात पता लगनी चाहिए कि जो सरकार हिंदू धर्म के नाम पर आई थी, वो उन्हें दाह संस्कार की लकड़ी देने में भी विफल हो गई।’

 

न्यूज 18 पर ही संबित पात्रा ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें माफी मांगनी चाहिए। वो बोले, ‘गलती आपसे हुई है और गलती मानने से कोई छोटा नहीं होता। आप तो गलती मान लेते हैं केजरीवाल जी। माफी भी मांग लेते हैं। मुझे लगता है आपको ऐसी परिस्थिति में राजनीति नहीं करनी चाहिए।’