कल देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सत्र 2021-22 का आम बजट पेश किया। इस बजट को लेकर सभी टीवी चैनलों पर पक्ष और विपक्ष के लोग अपनी राय देते दिखें। आज तक पर भी बजट को लेकर विशेष कार्यक्रम किया गया जहां बजट पर चर्चा की गई। इस बजट चर्चा में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और कांग्रेस प्रवक्ता ग़ौरव वल्लभ भी शामिल हुए। चर्चा के दौरान ग़ौरव वल्लभ ने संबित पात्रा से कहा कि वो डॉक्टर रहे हैं लेकिन अब वो प्रैक्टिस नहीं करते। इस बात पर संबित पात्रा ने मज़ेदार रिएक्शन दिया।
बजट के बारे में बोलते हुए संबित पात्रा ने कहा, ‘मैं तो कहता हूं कि देश से एकाधिकार ख़त्म हो और कॉम्पटीशन बढ़े। मेरे से अच्छे डॉक्टर हैं, इसका अर्थ ये नहीं है कि मैं उस हॉस्पिटल में जाकर प्रैक्टिस ही न करूं जिसमें अच्छा डॉक्टर है। इसलिए मैं यह कहना चाहता हूं कि सभी को मौका मिले, कोई बुराई नहीं है।’
इस बीच ग़ौरव वल्लभ बोले, ‘इन्होने कहा कि हम एमएसएमई को खड़ा करना चाहते हैं। संबित पात्रा जी आप डॉक्टर रहे हैं, अभी तो शायद भैया प्रैक्टिस नहीं करते हैं।’ यह बात सुनकर संबित हंसते हुए बोले, ‘आइए करेंगे। आइए अभी भी मेडिसिन देते हैं।’
ग़ौरव वल्लभ ने चर्चा के दौरान संबित पात्रा से कई सवाल पूछे और उन्हें घेरने को कोशिश की। उन्होंने उनसे पूछा कि सरकार एमएसएमई को खड़ा करने की बात करती है लेकिन उनकी खराब हालत को सुधारने की कोशिश क्यों नहीं करती।
संबित पात्रा ने सरकार के आत्मनिर्भर योजना की सराहना की और कहा, ‘एक कहावत है कि किसी को मछली देना तो ठीक है मगर रोज रोज मछली देने से अच्छा है, उसे मछली पकड़ना सिखा दो। हमने मछ्ली दिया भी है, मछली पकड़ना भी सिखाया है। हम उज्ज्वला के माध्यम से महिलाओं को आगे बढ़ा रहे हैं और उन्हें आत्मनिर्भर बना रहे हैं। किसान सम्मान निधि से भी किसानों को आत्मनिर्भर बन रहे हैं।’
चर्चा लंच के दौरान हो रही थी और खाने की टेबल पर आजतक की तीन महिला एंकर भी अन्य लोगों के साथ बैठी थीं। इस बात पर संबित पात्रा ने कहा, ‘मैं ये अपने जीवन में पहले बार देख रहा हूं कि तीन महिलाएं एक साथ बैठकर खा रहीं हैं। आपने सचमुच खाया या नहीं, लेकिन चम्मच मुंह तक तो ले रही थीं।’ इस पर शो की एंकर अंजना ओम कश्यप ने कहा कि किसी दिन खाने पर कॉम्पटीशन कर लीजिए पता चल जाएगा।