उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार को डॉक्टर राम गोपाल यादव की पुस्तक ‘राजनीति के उस पार’ का विमोचन किया गया था। पुस्तक का विमोचन सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने किया। इस दौरान मंच पर मुलायम सिंह यादव, कवि कुमार विश्वास और उदय प्रताप सिंह मौजूद थे। डॉक्टर उदय प्रताप सिंह ने यहां एक ऐसी बात कही कि मंच पर मौजूद सभी लोग जोर-जोर से हंसने लगे। दरअसल मुलायम सिंह यादव चाहते थे कि कुमार विश्वास समाजवादी पार्टी जॉइन कर लें, लेकिन इसकी घोषणा पहले ही उदय प्रताप सिंह ने कर दी।
उदय प्रताप सिंह मंच पर मुलायम सिंह यादव के सामने कहते हैं, ‘कुमार विश्वास बड़े कवि के रूप में नज़र आते हैं। मैं बताना चाहता हूं कि नेताजी हमारे कान में कह रहे हैं कि अगर ये कहीं नहीं हैं तो इन्हें समाजवादी पार्टी में ही क्यों नहीं ले आते हैं।’ मंच पर मौजूद सभी लोग ठहाके लगाकर हंसने लगते हैं। यहां अखिलेश यादव अचानक कुमार विश्वास की तरफ देखने लगते हैं। लेकिन ये अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि कुमार विश्वास, नेताजी का ऑफर स्वीकार करेंगे या नहीं। मंच के पीछे से आवाज आती हैं कि हम लोग इसके समर्थन में हैं।
मुलायम का भाषण: कार्यक्रम में मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि यह एक सफलता है हिंदुस्तान के लोकतंत्र की। जब-जब ऐसा मौका आया है, सारा का सारा देश बैठा हुआ है, इसलिए हम चाहते हैं कि हम सब मिलकर काम करें। कई बार देश के सामने चुनौती आई है और तब तब सब एक साथ खड़े हुए हैं। हम सबको मिलकर काम करना चाहिए। युद्ध का दौर आया पूरा देश साथ खड़ा हो गया। सब एक हैं, राम गोपाल को धन्यवाद दूंगा कि उन्होंने ऐसा कार्यक्रम किया, जिसमें सब बैठे हैं, सब खुश हैं।
अखिलेश का भाषण: अखिलेश ने कहा, ‘यह किताब नौजवानों और आगे की पीढ़ी को प्रेरित करने का काम करेगी। कितने भी कड़क दिखें या नाराजगी हो लेकिन राजनीति में चाचा से अधिक भावुक आदमी नहीं देखा। नेताजी का बहुत धन्यवाद। उनकी वजह से ही यह सब संभव हुआ है।’ बता दें, इस कार्यक्रम में अन्य दलों के भी कई नेता मौजूद थे। आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, वरिष्ठ पत्रकार हेमंत शर्मा और कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रमोद तिवारी भी मौजूद थे। कार्यक्रम के बाद अखिलेश ने मंच से उतरकर सभी लोगों से मुलाकात की थी।