आरती सक्सेना
सन 1993 की ‘आशिक आवारा’ से फिल्मी दुनिया में सक्रिय हुए सैफ अली खान ने एक लंबा सफर तय किया है। आजकल सैफ वेब सीरीज की दुनिया में व्यस्त हैं। उनकी वेब सीरीज ‘सेक्रेड गेम’ काफी लोकप्रिय है और ‘दिल्ली’ चर्चा में है। दूसरी ओर सैफ की बेटी सारा अली भी अपनी पहली फिल्म ‘केदारनाथ’ से तहलका मचा चुकी हैं। क्या बेटी की सफलता बतौर एक्टर उनके रास्ते का रोड़ा बन रही है? अपने करिअर, बेटी सारा और कोरोना काल के फिल्मजगत में प्रभाव को लेकर सैफ ने लंबी बातचीत की। इसी के प्रमुख अंश।
सवाल : लगता है आपको फिल्मों के चुनाव को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं है…
’हां। मैं फिल्मों के चुनाव को लेकर कोई जल्दबाजी नही करता। फिल्मों में काम करना मेरा जुनून है। मैं अपने काम का मजा लेता हूं। अगर कुछ नया नजर आता है तो ही मैं फिल्म साइन करता हूं। मुझे इस बात से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता कि मैं फिल्मों में काम कर रहा हूं या किसी वेब सीरीज में। मेरे लिए तो अभिनय महत्त्वपूर्ण है।
सवाल : आपकी वेब सीरीज सेक्रेड गेम काफी पसंद की गई। आप इन दिनों एक और वेब सीरीज में काम कर रहे हैं…
’हां। सेक्रेड गेम को लोगों ने बहुत पसंद किया। इसका दूसरा भाग भी आ रहा है। ने इतना पसंद किया कि जल्द ही इसका दुसरा पार्ट भी आ रहा है। मैं एक और वेब सीरीज कर रहा हूं, जिसका नाम ‘दिल्ली’ है। यह भी काफी अलग और दिलचस्प कहानी पर आधारित है।
सवाल : पहले इसका नाम ‘तांडव’ था। अब ‘दिल्ली’ कर दिया। कोई खास कारण?
’कहानी के मुताबिक ‘तांडव’ से ज्यादा ‘दिल्ली’ नाम सूट करता है इसलिए ‘दिल्ली’ रख दिया गया। यह राजनीति पर आधारित है और राजनीति का मुख्य स्थान दिल्ली है। इसलिए इसका बेहतर नाम दिल्ली ही हो सकता था। यह वेब सीरीज हॉलीवुड सीरीज ‘हाउस ऑफ कार्डस’ से प्रेरित है। मेरा किरदार इसमें चाणक्य की तरह है जो गरीबी से ऊपर उठा है लेकिन प्रधानमंत्री बनने के सपने देखता है। इस वेब सीरीज के मेकर अली अब्बास जफर है।
सवाल : कोरोना के बाद लगी पूर्णबंदी का फिल्मजगत पर काफी असर हुआ है। आप पर क्या असर हो रहा है?
’बीते चार- पांच महीनों में पूरी दुनिया का नक्शा ही बदल गया है। हर कोई सोचने पर मजबूर है कि आगे जिदंगी किस मोड़ पर होगी। सिर्फ भारत ही नही बल्कि पूरी दुनिया बुरे दौर से गुजर रही है। पूर्णबंदी और कोरोना ने सबकी आत्मा को झिंझोड़ कर रख दिया है। हम हालात के हाथों मजबूर हैं। कुछ भी हमारे हाथ में नहीं है। अगर यही हालात रहे और लोग वेब सीरीज और टीवी देखने तक ही सीमित हो जाएंगे तो हमारा क्या होगा। इसलिए हमें अब वक्त के मुताबिक ढलना है।
सवाल : खबर है कि आप अपनी जीवनी लिख रहे हैं जो जल्द ही प्रकाशित होने वाली है?
’हां, मुझे लगा कि मेरी जिंदगी में काफी कुछ अच्छा- बुरा सफल-असफल हुआ है। कुछ ऐसा जो मैं लोगों के साथ बांट सकूं। इसमें मैंने अपनी निजी जिंदगी, अपनी पेशेवर जिंदगी के साथ परिवार और दोस्तों को लेकर कई बातें शेयर की हैं। इसमें कुछ आपबीती, कुछ जगबीती होगी। यह 2021 में प्रकाशित होगी।
सवाल : आप इन दिनों और कौनसी फिल्मों में सक्रिय हैं?
’एक फिल्म तो ‘गो गोवा गॉन’ की सीक्वेल है। इसमें कुणाल खेमू और वीर दास हैं। यह एक कॉमेडी फिल्म है। इसके अलावा अनुराग बसु की अनाम फिल्म कर रहा हूं जिसमे मेरे सथ सोनाक्षी सिन्हा हीरोइन है। यह एक ड्रामा फिल्म है। इसके अलावा एक फिल्म मोहित सूरी की कर रहा हूं जो कि रोमाटिक ड्रामा फिल्म है।
सवाल : आपकी लाड़ली बेटी सारा अली खान ने पहली ही फिल्म ‘केदारनाथ’ से दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बना ली है।
’हर कोई उनके अभिनय की तारीफ कर रहा है… एक हीरोइन के पिता होने के एहसास को आप किस तरह से देखते हैं? -मैं सारा का डैड हूं तो जाहिर है कि मुझे उसकी सफलता से खुशी होगी। सारा पहले से ही बहुत कांफिडेंट है और समझदार है। मुझे भरोसा था कि वह एक्टिंग की दुनिया में अपनी जगह बना लेगी। हालांकि यह उम्मीद नहीं थी कि वह अपनी पहली फिल्म से ही नाम कमा लेगी। उसकी इस कामयाबी से मैं बहुत खुश हूं। अपने बच्चों की तरक्की हर मां-बाप को पसंद होती है। जहां तक बतौर एक्टर एक हीरोइन का पिता होने का सवाल है तो अब इन बातों से कोई फर्क नही पड़ता। अनिल कपूर साहब के बेटा-बेटी एक्टर बन चुके हैं। लेकिन आज भी वह एवरग्रीन स्टार हैं। इसी तरह अमित जी, जैकी श्रॉफ आदि के बच्चे भी इंडस्ट्री में हैं। अब बच्चे एक्टर बनें, बाप पर फर्क नहीं पड़ता। आज सब इतने फिट हैं कि उम्र आड़े नहीं आती।