Saif Ali Khan Attack Case: बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खानपर 16 जनवरी को उन्हीं के घर में बांग्लादेश के रहने वाले मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद ने चाकू से हमले हुए। जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आई। उन्हें ऑटो में अस्पताल ले जाया गया और उनके साथ उनका बेटा तैमूर गया। इस केस को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर जिस वक्त सैफ पर हमला हुआ क्या घर में कोई पुरुष मौजूद नहीं था? अपनी कारें होते हुए वो ऑटो से अस्पताल क्यों गए? क्या उनका ड्राइवर नहीं था? तो बता दें कि जिस वक्त सैफ पर बांग्लादेशी ने हमला किया उस वक्त घर में एक नहीं बल्कि 4-4 मेल नौकर मोजूद थे।

इंडिया टुडे में छपी खबर के मुताबिक सूत्र से जानकारी मिली है कि सैफ और करीना के घर में उस वक्त चार मेल नौकर मौजूद थे। मगर किसी ने भी सैफ का बचाव करने की कोशिश नहीं की। एक मेल नौकर कथित तौर पर घर के भीतर छिप गया, जबकि अन्य डर के मारे स्तब्ध रहे। सूत्रों ने बताया कि घर की महिला हाउस हेल्प ने आरोपी मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद को एक कमरे में बंद कर दिया।

पुलिस के मुताबिक आरोपी सीढ़ियों के रास्ते 7वीं-8वीं मंजिल तक गया था और फिर डक्ट पाइप के जरिए 11वीं मंजिल पर पहुंचा। वहां सैफ के छोटे बेटे जेह के कमरे के बाथरूम की खिड़की से वो घर में एंटर हुआ। बाथरूम विंडो में ग्रिल नहीं थी, जिसके कारण वो घर में घुसने में सफल रहा।

मुंबई पुलिस के सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्हें क्राइम सीन से कई सबूत मिले हैं। डक्ट, सीढ़ी, बाथरूम की खिड़की से कुल 19 फिंगर प्रिंट्स मिले हैं। वो सीढ़ियों से चढ़कर 7वीं या 8वीं मंजिल तक गया था, इसके बाद वो डक्ट के पाइप से सैफ अली खान के छोटे बेटे जेह के कमरे के बाथरूम की खिड़की के जरिए घर में घुसा था।

पुलिस ने जब फिंगर प्रिंट को इंडियन डेटाबेस से मिलाया गया, तो वो किसी से मैच नहीं हुए। पुलिस ने कहा, “हमें तभी समझ जाना चाहिए था कि लुटेरा बाहर से हो सकता है और शायद बांग्लादेशी नागरिक हो सकता है, क्योंकि वहां से बड़ी संख्या में लोग अवैध रूप से देश में घुसते हैं।”