बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान (Saif Ali khan) के इस साल 2025 की शुरुआत अच्छी नहीं रही। 16 जनवरी को उनपर घर में घुसकर शख्स ने जानलेवा हमला किया। ऐसे में एक्टर पर हमला करने के आरोप में बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद शरीफुल फकीर को गिरफ्तार किया गया, जिसने इस हमले को लेकर काफी कुछ खुलासे किए हैं। उसने बताया कि वो कैसे हमले के बाद वहां से भाग गया और अपने लुक को बदल लिया था। उसने ये भी बताया कि हमले के दौरान वो सैफ को पहचान नहीं पाया। जबकि उसने उनकी फिल्में देखी थी लेकिन, वो सामने से उन्हें पहचान नहीं पाया था। चलिए बताते हैं हमले की रात क्या क्या हुआ था।
दरअसल, हाल ही में सैफ अली खान पर हमले के मामले में पुलिस ने 1600 पेज की चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें शरिफुल इस्लाम फकीर ने पुलिस को हमले की घटना के बारे में बताया कि उसे सैफ के बारे में तब पता चला जब उसने यूट्यूब पर एक न्यूज क्लिप देखी। शख्स ने ये भी कहा कि उसने उनकी फिल्म तो देखी है लेकिन वो उन्हें पहचान नहीं सका। क्योंकि वहां पर अंधेरा था और एक्टर क्लीन शेव में थे। आरोपी ने ये भी कहा कि उसने बहुत कम तमिल फिल्में देखी है।
फरार होने के बाद मामले पर नजर बनाए रखा था फकीर
चोरी के असफल कोशिश के बाद, फकीर ने कथित तौर पर अपना रूप बदलने के लिए बाल कटवा लिए और हेडफोन खरीद लिए थे। उसने दादर रेलवे स्टेशन के बाहर 50 रुपए की खरीदारी की थी। वो गाने सुनकर अपने प्रेशर को कम करना चाहता था। अब यही खरीदारी इस केस में अहम कड़ी साबित हुई। क्योंकि इस दौरान वो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। इसके बाद ही उसकी कुछ दिनों में गिरफ्तारी हो गई थी। फकीर घटना के बाद फरार हो गया था लेकिन, वो लगातार इस मामले पर नजर बनाए हुआ था। उसे पता चला था कि छत्तीसगढ़ के दुर्ग से गलत व्यक्ति को पकड़ लिया गया है।
घटना से पहले की थी रेकी, जाल काटकर घर में घुसा
फकीर ने पुलिस को बताया है कि उसने चोरी की असफल कोशिश से ठीक एक दिन पहले बांद्रा में उस बिल्डिंग की रेकी की थी, जहां सैफ का अपार्टमेंट है। पुलिस ने आस-पास की इमारतों से सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो इसमें फकीर को 15 जनवरी को दोपहर 3 बजे से शाम 6.45 बजे के बीच इलाके में देखा। रेकी के बाद फकीर कथित तौर पर झाड़ियों में जाकर छिप गया था और रात होने का इंतजार किया था। फिर वो देर रात में सैफ के घर में घुस गया। कुछ दरवाजों को भी खोलने की कोशिश की लेकिन, वो इसमें असफल रहा। फिर वो 11वीं मंजिल में एक जाल काटकर और सैफ के बेटे के बाथरूम में घुसा और फिर बाद में घर के अंदर आया। फकीर के बयानों की मानें तो जब उसने बाथरूम का दरवाजा खोला तो एक खिलौना गिर गया था। आवाज सुनकर बच्चे की नैनी को पता चल गया।
चोरी करने आया था फकीर
पुलिस ने जब फकीर से पूछताछ की तो उसने कथित तौर कहा था कि वो चोरी करने आया और किसी को नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं गया था। लेकिन, जब नैनी चिल्लाईं तो वो काफी आक्रामक हो गया और हाथापाई के दौरान सैफ पर हमला कर दिया। फकीर ने पुलिस को बताया कि वह उसी रास्ते से भागा था, जिस रास्ते से वह घर में घुसा था। सीसीटीवी फुटेज में अगले दिन सुबह 3.37 बजे उसकी हरकतें भी कैद हुई हैं, जब वह भाग रहा था। वह बांद्रा के एक बगीचे में गया, अपने कपड़े बदले और सुबह वर्ली के लिए निकलने से पहले वहीं रात बिताई।
पुलिस ने बरामद किए हथियार
फकीर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने घटना के दौरान पहने हुए कपड़े बरामद किए। साथ ही ठाणे के वाघबिल गांव से एक सख्त हथौड़ा और चिमटा, बांद्रा झील के पास से एक आधा टूटा हुआ चाकू और लकड़ी के हैंडल वाला चाकू और अन्य सामान बरामद किया। वर्ली कोलीवाड़ा के एक घर से उसके जूते बरामद किए गए। यहां वह अस्थायी रूप से रहता था। बताया जाता है कि फकीर ने पुलिस को दादर और चेंबूर की वो दुकानें दिखाईं, जहां से उसने चाकू और औजार खरीदे थे।
फकीर के पास था फर्जी पहचान पत्र
पुलिस फकीर का फोन भी तलाशा तो उसमें काफी कुछ पाया। फोन में उसके कुछ रिश्तेदारों और दोस्तों की तस्वीरें, उसका बांग्लादेशी राष्ट्रीयता प्रमाण पत्र और बंगाली में चरित्र प्रमाण पत्र, मतदाता पहचान पत्र, दो चेक, उसके द्वारा किए गए विभिन्न लेन-देन के स्क्रीनशॉट मिले, जिसमें विजय दास के नाम से किया गया भुगतान, कथित रूप से उसने जो फर्जी पहचान पत्र अपनाया था और एक महिला के साथ सेल्फी भी शामिल थी। पुलिस ने 48 प्रमुख गवाहों के बयान दर्ज किए हैं। पुलिसकर्मियों, पंचों और फोरेंसिक विशेषज्ञों सहित 111 गवाहों के बयान रिकॉर्ड किए हैं।