बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान की फिल्म ‘रईस’ का कुछ भगवा समूह कड़ा विरोध कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में हिंदू सेना ने ‘रईस’ की रिलीज के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए शाहरुख के पोस्टर्स फूंक दिए। एक दिन पहले ही रतलाम रेलवे स्टेशन पर शाहरुख खान की वजह से पुलिस को उनके फैंस पर लाठीचार्ज करना पड़ा था, जिसमें एक शख्स की मौत हो गई थी। जबलपुर में हिंदू सेना के लोगों ने ‘रईस’ की स्क्रीनिंग रोक दी। प्रदर्शनकारी 2015 में असहिष्णुता को लेकर शाहरुख खान के बयान और फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री माहिरा खान को लेने का विरोध कर रहे थे। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के चलते पाकिस्तानी कलाकार आलोचना के घेरे में हैं। शुक्रवार को जैसे ही फिल्म रिलीज हुई, हिंदू सेवा परिषद के सदस्य सड़कों पर उतर आए और फिल्म तथा शाहरुख के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। कुछ ही देर में वह एक मॉल पहुंचकर फिल्म की स्क्रीनिंग रोकने की कोशिश करने लगे।
प्रशासन ने मॉल्स और सिनेमाघरों के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर रहा था और प्रदर्शनकारियों के मंसूबों को नाकाम कर दिया गया। हालांकि पुलिस को हल्का बल-प्रयोग करना पड़ा, मगर प्रदर्शनकारियों ने शाहरुख और ‘रईस’ के पोस्टर्स जलाकर गुस्सा जाहिर किया। विरोध के दौरान पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया है। इसके अलावा रतलाम में भी दक्षिणपंथी संस्थाओं के सदस्यों ने शाहरुख खान के पोस्टर्स जलाए।
शाहरुख खान के असहिष्णुता वाले बयान से नाराज बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मंगलवार को उनपर निशाना साधा था। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा था, ”हमारे भारत के #Kaabil, किसी भी परदेस के #Raees से, हर हाल में बेहतर हैं।” विजयवर्गीय के ट्वीट पर विवाद हुआ तो बीजेपी को सफाई देनी पड़ी।

