‘अनुपमा’ फेम रुपाली गांगुली हाल ही में वृंदावन गई थीं। इसके बाद उन्होंने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य से मुलाकात की और इस दौरान वह अनिरुद्धाचार्य के आश्रम में महिलाओं से बातचीत की और उनके साथ समय बिताया। अनिरुद्धाचार्य के वृद्धाश्रम में रुपाली ने वहां रहने वाली माताओं से भी मुलाकात की और उनके साथ बातचीत की। उन्होंने रुपाली को एक घटना के बारे में बताया, जिसे सुनकर उनकी आंखें नम हो गईं।

रुपाली ने अनिरुद्धाचार्य के आश्रम में रहने वाली महिलाओं की दर्द भरी कहानियां सुनीं और उनके साथ समय बिताया। अनिरुद्धाचार्य ने रुपाली को बताया कि कुछ दिन पहले एक माता का देहांत हो गया था और उनके बेटे ने अंतिम संस्कार के लिए आने से मना कर दिया था। यह सुनकर रुपाली रो पड़ीं।

रुपाली ने सभी वृद्धाओं से आशार्वाद लिया और जब उन्हें ये पता चला कि कई माताएं उनके सीरियल को जानती हैं और उन्हें अनुपमा नाम से जानती हैं तो वो बहुत खुश हुईं। रुपाली को माताओं को बहुत प्यार मिला। रुपाली ने उन्हें वादा किया कि वो दोबारा समय निकालकर उनसे मिलने आएंगी। उन्होंने सभी को गले लगाया और अपनी खुशी जाहिर की।

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इसके बाद रुपाली गांगुली ने सबको प्रसाद बांटा और फिर अनिरुद्धाचार्य के पैर छूकर कर आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा, “इस बार तो वो जल्दबाजी में पहली बार वृंदावन आई थी लेकिन जब अगली बार आऊंगी तो गुरुकुल और गौशाला भी देखेंगी।”

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आपको बता दें कि वृंदावन में अनिरुद्धाचार्य के आश्रम का नाम गौरी गोपाल आश्रम है, जहां कई सेवाएं उपलब्ध हैं। यहां गरीबों और श्रद्धालुओं के लिए हर दिल भंडारा होता है। इसके साथ ही यहां वृद्धाश्रम सेवा है। इनके आश्रम में कई बेघर लोग खासकर बुजुर्ग रहते हैं। गौरी गोपाल आश्रम में गौ सेवा, गुरुकुल, जल सेवा, चिकित्सा सेवा और कन्या विवाह यानी गरीब परिवारों की कन्याओं के विवाह में सहायता की जाती है।