ऋषि कपूर बॉलीवुड इंडस्ट्री में आए तो राज कपूर के बेटे के तौर पर थे, मगर अपने 50 साल के करियर में बॉलीवुड को कई बड़ी फिल्में दीं। इन फिल्मों में बॉबी, प्रेम रोग, चांदनी और सरगम जैसी फिल्में शामिल हैं। राज कपूर ने साल 1973 में डिंपल कपाड़िया के साथ फिल्म बॉबी से लीड एक्टर के तौर पर डेब्यू किया। दोनों ही सितारों की ये पहली फिल्म थी और सुपरहिट हुई थी। इसी साल अमिताभ बच्चन ने अपनी फ़िल्म जंजीर से खुद को एंग्री यंग मैन के रूप में स्थापित किया। बहुत पहले, एक इंटरव्यू के दौरान ऋषि कपूर ने खुलासा किया था कि कैसे उनके करियर में अमिताभ बच्चन नाम के एक ‘तूफ़ान’ का सामना हुआ। ऋषि ने ये भी कहा कि अमिताभ ने कभी अपने को-स्टार्स को क्रेडिट नहीं दिया।
बहुत पहले, इंडिया टीवी के साथ बातचीत में, ऋषि कपूर ने खुलासा किया था कि कैसे उनके करियर को अमिताभ बच्चन से कड़ी टक्कर मिली थी। उन्होंने कहा, “मैं अमिताभ बच्चन नामक ‘आंधी’ और ‘तूफान’ से लड़ रहा था। यह उनका युग था, उनका एंग्री यंग मैन युग।” अभिनेता ने खुलासा किया कि वह किस तरह से इस नियम को चुनौती दे रहे थे। “ऐसे समय में जब हर हीरो एक्शन फिल्में करने लगा था, अपने पोस्टर के लिए बंदूकों और हथियारों के साथ पोज दे रहा था, मैं एक गरीब आदमी था जो अपने हाथ में गिटार लेकर खड़ा था।” ऋषि कपूर ने यह भी कहा कि कैसे उनकी फिल्मों ने उन्हें एक म्यूजिकल हीरो का टैग दिया, जो उन्हें बहुत पसंद नहीं है।
ऋषि कपूर ने कहा, “लोग मुझे एक म्यूजिकल और डांसिंग हीरो के रूप में पेश करते हैं, लेकिन मैं इस तरह से पेश नहीं होना चाहता था। मैं हमेशा एक ऐसे कलाकार के रूप में पेश होना चाहता था, जो अपने दर्शकों का मनोरंजन कर सके और उन्हें प्रभावित कर सके।” हालाँकि, ऋषि ने अपने करियर में अमिताभ बच्चन को ‘तूफान’ कहा, लेकिन दोनों हीरो ने कभी-कभी (1976), अमर अकबर एंथनी (1977), नसीब (1981), कुली (1983) और अजूबा (1989) जैसी फिल्मों में साथ काम किया।
दोनों सितारे आखिरी बार फिल्म 102 नॉट आउट (2018) में साथ दिखे थे, जिसमें ऋषि कपूर अमिताभ बच्चन के बेटे की भूमिका में थे। सैकनिल्क के मुताबिक 34 करोड़ रुपये के बजट में बनी इस फिल्म ने दुनिया भर में 102.82 करोड़ रुपये की कमाई की थी। इस फिल्म के साथ ऋषि कपूर 27 साल के लंबे गैप के बाद अमिताभ के साथ काम किया। इससे पहले दोनों आखिरी बार अजूबा (1989) में नजर आए थे।
अपनी किताब खुल्लम खुल्ला में ऋषि ने बच्चन के साथ अपने ‘लंबे समय से चले आ रहे मुद्दे’ को संबोधित किया था। ऋषि कपूर ने लिखा, “मुझे कबूल करना चाहिए कि अमिताभ बच्चन के साथ मेरा अभी भी एक मुद्दा है। उन दिनों ऑल-स्टार फिल्म में काम करने का एक बड़ा नुकसान इस तरह, कभी-कभी को छोड़कर, जो एक रोमांटिक फिल्म थी, मैंने जिन मल्टी-स्टारर फिल्मों में काम किया, उनमें से किसी में भी लेखक ने मेरे लिए मजबूत किरदार नहीं लिखा। निर्देशकों और लेखकों ने हमेशा अपनी सबसे मजबूत, महत्वपूर्ण भूमिकाएँ अमिताभ बच्चन के लिए आरक्षित रखीं। और यह सिर्फ मेरे साथ ही नहीं हुआ। शशि कपूर, शत्रुघ्न सिन्हा, धर्मेंद्र, विनोद खन्ना को भी इसका सामना करना पड़ा।
ऋषि ने अपनी किताब में ये भी लिखा, “उन्होंने कभी भी अपने साथ काम करने वाले अभिनेताओं को उचित श्रेय नहीं दिया। उन्होंने हमेशा अपने लेखकों और निर्देशकों, सलीम-जावेद, मनमोहन देसाई, प्रकाश मेहरा, यश चोपड़ा और रमेश सिप्पी को श्रेय दिया। लेकिन यह भी सच है कि उनकी सफलता में उनके सह-कलाकारों की भी अहम भूमिका थी।”