राजस्थान के श्रीगंगानगर में शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसानों ने कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किया। इसी दौरान बीजेपी एससी मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष कैलाश मेघवाल से बदसलूकी की खबरें भी सामने आई। किसानों के साथ धक्का मुक्की में उनके कपड़े फट गए जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। किसान आंदोलन को लेकर इसी तरह की खबरें उत्तर प्रदेश से भी आ रही हैं। लोग बीजेपी नेताओं को गांवों में घुसने से रोक रहे हैं। इसी मुद्दे को लेकर रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर तंज़ किया है।

उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से कई ट्वीट किए जिसमें उन्होंने इस विषय पर बीजेपी सरकार को घेरा है। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘ऐसे ‘मास्टरस्ट्रोकों’ का क्या फ़ायदा जो आपके नेताओं को गांव में घुसने तक ना दे सके?’

एक और ट्वीट में उन्होंने राकेश टिकैत पर बीजेपी सरकार के हालिया कार्टून के संदर्भ में लिखा, ‘आप किसानों को लखनऊ नहीं आने देंगे? फिर जब किसान भी आपको गांव में नहीं घुसने देंगे तब नाराजगी मत दिखाइएगा।’

 

 

बता दें, यूपी चुनावों के मद्देनजर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ऐलान किया था कि कृषि कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली की तरह लखनऊ की ओर जाने वाले रास्ते भी ब्लॉक कर देंगे। उनके इस ऐलान पर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक कार्टून के जरिए कहा था कि टिकैत लखनऊ आए तो ध्यान रखें कि उत्तर प्रदेश में योगी हैं, ‘बक्कल तार’ देंगे।

बहरहाल, सूर्य प्रताप सिंह के ट्वीट्स पर यूजर्स भी खूब प्रतिक्रिया दे रहे हैं। फहीम सिद्दीकी नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘इनके बुरे वक्त शुरू हो गए हैं।’ अंशुल यादव नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘मोदी जी की नई योजना- नेता पिटवाओ योजना। कम से कम पार्टी के नेताओं पर तो दया करो जगह-जगह पूजे जा रहे हैं।’

 

श्रीकांत दीक्षित नाम के एक यूजर लिखते हैं, ‘सबसे बड़ा फायदा ये है कि कमजोर दिल वाले नेता टिकट लेने के लिए आगे नहीं आएंगे। इसके अलावा कुछ और फायदे भी हैं जो बाद में बताएंगे।’

प्रकाश केवलिया नाम के यूजर ने लिखा, ‘चुनाव आने दीजिए वे घुसेंगे भी और जीतेंगे भी! जाति, धर्म की आंधी के आगे सब सूखे पत्ते जैसे उड़ जायेंगे।’ राकेश नाम के एक यूजर लिखते हैं, ‘कभी कभी जनता भी मास्टरस्ट्रोक मार देती है सर जी।’