मुंबई पुलिस के निलंबित असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाझे के खिलाफ नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को मीठी नदी से कई सबूत मिले हैं। दो मामलों में आरोपी सचिन वाझे के मामले की जांच एनआईए कर रही है। एनआईए ने सचिन वाझे के साथ जाकर मीठी नदी में फेंके गए वाहनों के दो नंबर प्लेट और कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण निकाले हैं। बताया जा रहा है कि सचिन ने दोनों मामलों से जुड़े सभी सबूत नष्ट कर दिए हैं। नदी से बरामद लैपटॉप और गाड़ी के नंबरों की जांच फोरेंसिक लैब में हो रही है। जब से यह मामला सामने आया है, महाराष्ट्र की राजनीति और गरमा गई है। टीवी चैनलों पर भी डिबेट में इस मुद्दे को काफी उछाला जा रहा है।
रिपब्लिक टीवी के डिबेट शो, ‘5 का प्रहार’ में बीजेपी प्रवक्ता श्वेता शालिनी और शिवसेना नेता किशोर तिवारी इसी मुद्दे पर बहस के दौरान एक- दूसरे से भिड़ गए और शिवसेना नेता ने परमबीर सिंह को बीजेपी का समधी कह दिया। आपको बता दें कि सचिन वाझे मामले में ही मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह का नाम उछला था। उन्होंने प्रदेश के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाया था कि वो हर महीने 100 करोड़ रूपए की वसूली का टारगेट देते हैं।
डिबेट के दौरान शिवसेना नेता ने होली के बजाय दिवाली की शुभकामनाएं दे दी तो बीजेपी प्रवक्ता ने शो के एंकर ऐश्वर्य कपूर से कहा, ‘किशोर तिवारी जी आपको दिवाली की शुभकामनाएं दे रहे थे क्योंकि, उनके और उनकी पूरे पार्टी के सामने बम पटाखे फूट रहे हैं, उन्हें दिवाली लग ही रही होगी।’
उन्होंने सचिन वाझे की तरफ इशारा करते हुए आगे कहा, ‘किशोर जी अभी कह रहे थे कि परमबीर आपका दामाद था, तो दामाद को छोड़ दीजिए, आपका पोपट कौन था, पोपट में किसकी जान अटकती है ये तो सबको पता है कि आज पोपट एनआईए के कब्जे में है।’
बीजेपी प्रवक्ता अभी बोल ही रही थीं कि शिवसेना नेता कहने लगे, ‘श्वेता परमबीर आपका समधी है। मेरी बात तो सुनो वो BJP का समधी है।’ शिवसेना नेता की बात पर बीजेपी प्रवक्ता भड़क गईं और कहने लगीं, ‘हां, हमारा समधी है लेकिन आपका तो पोपट है जिसमें किसी की जान बसती है। पहले ये तो बताइए कि किसकी जान उसमें बसती थी?’
बता दें कि कई हलकों में यह बात कही जा रही है कि बीजेपी परमबीर सिंह को बचाने की कोशिश कर रही है। बहरहाल, ये सब मामला तब शुरू हुआ था जब उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से लदी एक स्कॉर्पियो खड़ी मिली थी।
इस गाड़ी के कथित मालिक मनसुख हिरेन की भी हत्या हो गई। इन दोनों ही मामलों में सचिन वाझे आरोपी हैं। इसी मामले को लेकर परमबीर सिंह का तबादला होमगार्ड में कर दिया गया था।