CineGram: बॉलीवुड की खूबसूरत अदाकारा रेखा की जिंदगी एक राज़ की तरह है, उनकी कहानी जितना समझने की कोशिश की जाए उतनी उलझती जाती है। रेखा की जिंदगी में कई मर्द आएं लेकिन ताउम्र वो सच्चे प्यार के लिए तरसती रहीं। एक बार उन्हें लगा कि मुकेश अग्रवाल के रूप में उन्हें सच्चा जीवनसाथी मिल गया है, मगर ऐसा हुआ नहीं। कभी रेखा-मुकेश अग्रवाल के प्यार में दीवानी थीं और मुलाकात के 1 महीने के अंदर ही उन्होंने मुकेश अग्रवाल से एक मंदिर में शादी कर ली थी। मगर क्या आप जानते हैं कि रेखा और मुकेश अग्रवाल की शादी के दौरान पुजारी से एक बड़ी गलती हो गई थी और इस वजह से उन्हें मंदिर से बाहर निकाल दिया गया था। सिनेग्राम में आज जानते हैं ये रेखा से जुड़ा ये किस्सा।

मुलाकात के एक महीने बाद ही रेखा और मुकेश ने कर ली शादी

सीनियर जर्नलिस्ट और राइटर यासिर उस्मान ने रेखा की जिंदगी पर एक किताब लिखी है जिसका नाम है, ‘रेखा: द अनटोल्ड स्टोरी’। इस किताब में ही इस घटना का जिक्र है। किताब में लिखा है कि 4 मार्च 1990 को रविवार का दिन था और मुकेश-रेखा को मिले हुए सिर्फ एक ही महीना हुआ था। एक दिन बिना किसी भूमिका के मुकेश ने रेखा से शादी के लिए पूछ लिया। रेखा ने भी कुछ ही पल में हां बोल दिया।

मुक्तेश्वर देवालय मंदिर में हुई थी रेखा और मुकेश ने शादी

रेखा ने लाल-गोल्डन कांजीवरम सिल्क साड़ी और गहने पहने और मुंबई के जुहू में होने वाले पति के साथ मंदिर की तलाश में निकलीं। एक मंदिर मिला तो वहां पुजारी नहीं था, कुछ दूर पर इस्कॉन मंदिर था, मगर वहां बहुत भीड़ थी। इसी मंदिर के सामने मुक्तेश्वर देवालय मंदिर नजर आया। रात के 10 बज चुके थे और मंदिर का जूनियर पुजारी संजय बोदस मंदिर के पीछे बने छोटे कमरे में सोने जा रहा था। मुकेश ने उससे कहा कि वो फौरन शादी करना चाहते हैं। पुजारी की नजर जैसे ही रेखा पर पड़ी उसकी नींद उड़ गई। एक पल को तो उसे यकीन ही नहीं हुआ कि इतनी बड़ी सेलिब्रिटी उसके मंदिर में आधी रात को शादी करने के लिए आई हैं।

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पुजारी संजय बोदस को मंदिर से निकाल दिया गया बाहर

शाम की आरती के बाद मंदिर लोगों के लिए नहीं खुलता था और रात को शादी की भी मनाही थी। लेकिन उस रात नियम टूटा और रेखा के साथ मुकेश अग्रवाल शादी के बंधन में बंधे। नियम तोड़ने की वजह से पुजारी संजय बोदस को मंदिर से बाहर निकाल दिया गया था।

मुकेश से शादी करके सीधा हेमा मालिनी के घर पहुंची थीं रेखा

जब रेखा और मुकेश की शादी हुई उस वक्त मुकेश 37 साल के थे और रेखा 36 साल की थीं। शादी के बाद रेखा और मुकेश हेमा मालिनी के घर पहुंचे। वहां धर्मेंद्र भी मौजूद थे। हेमा ने रेखा से कहा ‘मुझसे ये मत कहना कि तुमने इस आदमी से शादी ली।’ रेखा ने कहा ‘हां बिल्कुल’। हेमा ने दूसरा सवाल पूछा कि क्या ये अमीर है? इस बार रेखा ने कोई जवाब नहीं दिया।

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रेखा और मुकेश ने मां के सामने दोबारा तिरुपति मंदिर में की शादी

बाद में 15 अप्रैल 1990 को मां पुष्पावल्ली के सामने रेखा और मुकेश ने वैदिक संस्कारों के साथ दोबारा शादी की रस्में अदा की। ये शादी प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में हुई। इस शादी में रेखा के पिता जेमिनी गणेशन भी उन्हें आशीर्वाद देने पहुंचे थे।

मुकेश अग्रवाल ने कर ली खुदकुशी

रेखा और मुकेश की शादीशुदा जिंदगी लंबी नहीं चली। हनीमून के दौरान ही रेखा को पता चल गया था कि वो और मुकेश एक दूसरे के लिए नहीं बने हैं। दोनों अलग-अलग रह रहे थे, बात तलाक तक पहुंच चुकी थी। मगर उससे पहले ही मुकेश ने खुदकुशी कर ली। किताब में जिक्र है कि मुकेश डिप्रेशन में थे और अक्सर उनके मन में खुदकुशी का ख्याल आता था। शादी के 7 महीने बाद मुकेश ने एक दिन रेखा का दुपट्टा उठाया और कमरे में लगे फंदे से झूल गए। रेखा मुकेश के अंतिम संस्कार में भी नहीं पहुंची थीं। मुकेश के निधन के बाद रेखा को लोगों ने वैम्प कहना शुरू कर दिया, मगर रेखा इन सबसे बाहर आईं और मजबूती से खड़ी रहीं।