आशा भोंसले और संगीतकार राहुल देव बर्मन (आरडी बर्मन, पंचम दा) की जोड़ी ने हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री को एक से एक नायाब गाने दिए। आरडी बर्मन को एक ऐसे संगीतकार के रूप में जाना गया जिन्होंने पारंपरिक फिल्म संगीत से अलग हटकर एक नए ट्रेंड की शुरुआत की। उनके नए संगीत और आशा भोंसले की दमदार आवाज ने संगीत की दुनिया में कई सालों तक राज किया। इसी दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं। हालांकि दोनों की पहली मुलाकात इसके 10 साल पहले हुई थी।
आशा भोंसले उन दिनों गायकी के क्षेत्र में बड़ी स्टार बन चुकी थीं जबकि आरडी बर्मन ने अपनी संगीत की शुरुआत नहीं की थी। दोनों की पहली मुलाकात साल 1956 में हुई थी। आशा भोंसले उन दिनों स्टार थीं तो पहली मुलाकात में आरडी बर्मन ने उनसे ऑटोग्राफ लिया था। इसके 10 सालों तक आशा भोंसले और उनके बीच कोई बातचीत नहीं हुई। इस बीच दोनों की शादियां भी हो गई थी। आशा की शादी गणपत राव भोंसले से हुई थी और आरडी बर्मन ने रीता पटेल से शादी कर ली थी।
आरडी बर्मन जब संगीत की दुनिया में आए तो उन्होंने आशा भोंसले से संपर्क किया। 1966 में फिल्म तीसरी मंजिल के लिए वो संगीत दे रहे थे। इसी फिल्म के गाने ‘ओ हसीना जुल्फों वाली’ को बनाते वक्त दोनों एक-दूसरे को पसंद करते लगे। फिल्म के गाने हिट हुए, साथ ही यह जोड़ी भी चर्चा में आ गई। इसके बाद दोनों ने साथ कई फिल्मों में साथ काम किया और दोनों के बीच प्यार भी बढ़ता गया।
इस दौरान एक वक्त ऐसा भी आया जब आशा भोंसले केवल आरडी बर्मन के लिए ही गाती थीं। एक बार उन्होंने कल्याण सेन को गाने के लिए डेट दे दिया था था लेकिन बहाना बनाकर आरडी बर्मन के लिए गाने चली आईं थीं। जब इस बात का पता आरडी बर्मन की चला तो उन्होंने आशा को डांट भी लगाई थी। इसी नोंक झोंक के बीच उनका प्यार परवान चढ़ता गया।
इधर दोनों की शादीशुदा जिंदगी भी ठीक नहीं चल रही थी। दोनों ही अपने पार्टनर्स से अलग हो चुके थे। इसके बाद दोनों ने शादी का फैसला कर लिया लेकिन आरडी बर्मन की मां नहीं चाहती थीं कि आशा उनके घर की बहू बनें। आरडी बर्मन अपनी मां के खिलाफ भी नहीं जा सकते थे इसलिए दोनों ने अलग होने के फैसला कर लिया।
उसी दौरान आरडी बर्मन के पिता एसडी बर्मन का निधन हो गया और उनकी मां मानसिक रोग से ग्रस्त हो गईं और उनकी याददाश्त भी चली गई। उनकी हालत इतनी खराब थी कि वो अपने बेटे को भी नहीं पहचान पा रही थीं। मां की खराब तबियत को देखकर आरडी बर्मन ने फैसला किया कि वो आशा से शादी कर लेंगे। इसके बाद साल 1980 में दोनों ने शादी कर ली।
आशा भोंसले की पहली शादी का किस्सा भी दिलचस्प है। जब वो महज 16 साल की थीं तभी लता मंगेशकर के 31 वर्षीय सेक्रेटरी से शादी कर ली थी। उनकी यह शादी घर वालों की मर्जी के खिलाफ हुई थी। इसके बाद लता मंगेशकर ने उनसे बातचीत भी बंद कर दी थी। हालांकि 11 सालों बाद दोनों की शादी टूट गई थी। इसकेे बाद वो अपने 2 बच्चों को लेकर मायके आ गई थीं। उस दौरान वो गर्भवती भी थीं। आशा भोंसले ने पंचम दा से 47 साल की उम्र में शादी की थी। पंचम दा उस वक्त 41 साल के थे।